"Fasting" जिसका संस्कृत शब्द 'उपवास' है। 'उप' का अर्थ है "निकट" और 'वास' का अर्थ है "रहना" यानि
उपवास का अर्थ है "भगवान या प्रभु के पास"।
आयुर्वेद में यह कहा गया है कि उपवास पाचन अग्नि को बढ़ाता है और आम-दोष (metabolic toxins) के पाचन का कारण बनता है। Metabolic toxins वो toxins है जो हमारे body में metabolism या पाचन क्रिया के बाद बचता है, आप सोच रहे होंगे की ये एक कहानी है और इसका कोई "Scientific Proof" नहीं है तो "हम क्यों माने?
इससे पहले की आप इसे गलत या झूठ समझे मै आपको बता दू की Fasting/उपवास Scientifically Proven है की उपवास करने से body में "Autophagy" शुरू हो जाता है, आसान शब्दो में बताए तो इस process में पुराने cells या बीमारी पैदा करने वाले जो कोशिकाएं खुद को ख़त्म कर देती है जिससे Diabetes(मधुमेह) कैंसर और मस्तिष्क से जुड़ी कई बीमारियों से बचाने में मदद करता हैं
जापान के एक कोशिका जीव विज्ञान योशिनोरी ( Japanese cell biologist) ओहसुमी (Yoshinori Ohsumi) ने इस पर शोध (research) किया और 2016 में उनके इस शोध के लिए उन्होंने नोबेल पुरस्कार भी जीता।
बहुत से लोगों का आज भी ये मानना है की उपवास सिर्फ और सिर्फ एक धार्मिक कारण से है। लेकिन विज्ञान के अनुसार उपवास वो क्रिया है जो हमें स्वास्थ्य रखने में मदद करता हैं। आइए जानते हैं व्रत रखने से हमे कितने सारे लाभ मिलते हैं:-
मोटापा को कम करने में मदद करता हैं
उपवास रखने से बड़ा फायदा ये है की आप अपना बढ़ा हुआ वजन कम कर सकते है। जब आप उपवास करते हैं तो आपके शरीर में मौजूदा चर्बी घटने लगती है, लेकिन इस उपवास के दौरान कोशिश करे की आप पौस्टिक और न्यूट्रिशनल खाना ही खाए ।
पाचन तंत्र को मजबूत करता हैं
हम अक्सर पेट से जुड़ी समस्याओं का सामना कर रहे हैं, ऐसे में उपवास की मदद से इस समस्या से छुटकारा पा सकते हैं। उपवास रखना पाचन तंत्र के लिए थरेपी की तरह काम करता है, पाचन तंत्र को आराम मिलता है और उसे कुछ समय के लिए कम काम करना पड़ता है। उपवास को “चमत्कारिक इलाज” भी कहा जाता है, जिससे पाचन संबंधी कोई भी परेशानी दूर हो सकती हैं।
हृदय को स्वास्थ्य रखने में मदद करता हैं
अक्सर हमें ये न्यूज़ में देखने और सुनने को मिल रहा है की दुनिया भर में हृदय रोग मृत्यु का सबसे बड़ा कारण है।उपवास इंसुलिन नामक हार्मोन के लिए शरीर की प्रतिक्रिया में सुधार कर सकता है। हृदय रोग होने के सबसे बड़े कारण रक्तचाप और कोलेस्ट्रॉल को माना जाता है, जिन्हें उपवास की मदद से नियंत्रण में किया जा सकता है। उपवास इंसुलिन रक्त शर्करा के स्तर को नियंत्रित करने में मदद करता है बेहतर कोलेस्ट्रॉल और रक्त शर्करा का स्तर वजन बढ़ने और मधुमेह के जोखिम को कम कर सकता है ।
ब्लड प्रेशर को balance करता है
अगर आप ब्लड प्रेशर की समस्या से जूझ रहे हैं तो उपवास की सहायता से इस समस्या से आपको लाभ प्राप्त कर सकते हैं या इस समस्या से छुटकारा भी पा सकते हैं। शोध से पता चलता है कि उपवास रक्तचाप यानि ब्लड प्रेशर, कोलेस्ट्रॉले, मधुमेह को नियंत्रित करने और वजन कम करने में भी मदद कर सकता है। "
उपवास द्वारा पाचन तंत्र को आराम देने से उपचार के लिए उपयोग की जाने वाली ऊर्जा मुक्त हो जाती है। मुक्त ऊर्जा का उपयोग पेट की अग्नि में सुधार, विषाक्त पदार्थों (toxins) को जलाने और एक मजबूत रोग प्रतिरोधक शक्ति का समर्थन करने के लिए किया जाता है। उपवास करना हमारे शरीर और दिमाग की देखभाल करने के तरीके को समझने का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है।