Published 22-08-2022
SKIN
इसे यूनानी में क़ुबा कहते है , यह बहुत ही आम बीमारी है जो किसी भी इंसान को जीवन में एक न एक बार ज़रूर प्रभावित करती है, खुजली होने के बहुत से कारण हो सकते है, यूनानी में खाज और खुजली का कारण गन्दा खून बताया गया है, गंदे खून से मतलब है की आप के खून में टोक्सिन (Toxin) का जमा हो जाना है जो हमारे शरीर से बाहर नहीं निकल पता और शरीर में खून के साथ घूमता रहता है जिसके नतीजे में वो हमारी त्वचा पर असर करता है, जिससे खुजली और दाद जैसी समस्या शुरू हो जाती है ।
दाद/खाज एक तरह का स्किन इंफेक्शन है, जो फंगस के कारण होता है। इसे इंग्लिश में रिंग वॉर्म (Ring warm) कहा जाता है, क्योंकि यह गोलाकार व अंगूठी के आकार का होता है। इसे डर्मेटोफाइटोसिस और टिनिया(Tinia) के नाम से भी जाना जाता है आमतौर पर दाद डर्मेटोफाइट्स (Dermatophytes) नाम के फंगस के कारण होता है । दाद को जड़ से खत्म करने की दवा और इस के होने का कारण जानने के लिए इस article को पढ़े ।
खाज/ खुजली या दाद के क्या कारण हो सकतें हैं ? – Khujli Ka Karan
1. सूखी त्वचा- सूखी त्वचा की वजह से खुजली होना त्वचा की सब से आम समस्या है ।
2. एलर्जी- कई बार कपड़े, मेकअप, पालतू जानवर, रसायन, साबुन जैसी चीज़ो के इस्तेमाल से भी एलर्जी हो जाती है जिसके नतीजे में खाज और खुजली होने लगती है l
3. पर्यावरण संबंधी- बदलते मौसम जैसे ज़्यादा गर्मी, सर्दी या बारिश के मौसम की वजह से भी खाज/ खुलजी हो जाती है l
4. खुजली कई बार कीड़े मकोड़े के काटने से भी हो जाती है या कोई फंगल इन्फेक्शन से भी दाद या खुजली हो जाती है l
5. शरीर में पित्त दोष के बढ़ जाने से भी खाज खुजली जैसी समस्या हो सकती है
6. जिन लोगो में मधुमेह (Diabetes) की समस्या होती है उन्हें भी कई बार खुजली और दाद की समस्या देखने को मिलती है l
7. किसी संक्रमित के संपर्क में आने से।
8. लंबे समय तक त्वचा के गीले रहने से, जैसे- पसीने से शरीर का गीला होना।
9. किसी संक्रमित वस्तु को छूने से जैसे – कपड़े या कंघी।
10. बालों को समय-समय पर न धोने से।
11. रोग-प्रतिरोधक क्षमता कम होने से।
12. टाइट जूते पहनने से।
13. जानवरों के संपर्क में आने से।
यूके के मैनचेस्टर विश्वविद्यालय के साथ-साथ अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान के अनुसार, अनुमान है कि भारत की 5.7 करोड़ से अधिक या 4.4 प्रतिशत आबादी - फंगल से प्रभावित होने की संभावना है। आइए जानते हैं इसे ठीक करने के घरेलू उपाय।
खाज खुजली के घरेलु नुस्खे / Home/ Herbal remedies for skin itching
1- सेब का सिरका - रूई को सेब के सिरके में भिगो लें और अतिरिक्त सिरका निचोड़ दें। फिर इस रूई को 15 मिनट के लिए दाद वाली जगह पर रखें। इस प्रक्रिया को एक सप्ताह तक दिन में तीन से चार बार दोहराएं। सेब के सिरके में एंटी-फंगल गुण मजूद होते है जिससे दाद और खुजली दूर होते हैं l
2- टी-ट्री ऑयल (Tea tree)- टी-ट्री ऑयल की पांच से छह बूंदे लें इसे डायल्यूट करने के लिए एक से दो चम्मच नारियल तेल मिल लें फिर इसे रूई की मदद से प्रभावित हिस्से में लगाएं। इस प्रक्रिया को दिन में तीन से चार बार दोहराया जा सकता है। दरअसल, इसमें मौजूद एंटी-फंगल गुण दाद खाज खुजली होने के कारण बनने वाले फंगस को पनपने नहीं देता है। टी-ट्री ऑयल दाद को कम करने में प्रभावी असर दिखाता है l
3- वर्जिन कोकोनट ऑयल (Virgin Coconut oil)- वर्जिन कोकोनट ऑयल की कुछ बूंदें, दाद पर रूई की मदद से लगाएं। फिर कुछ देर रूई को वहीं छोड़ दें। इस प्रक्रिया को दिन में तीन से चार बार दोहराया जा सकता है। नारियल तेल में भी एंटी-फंगल गुण होते हैं, अगर दाद हो गया है, तो नारियल तेल में मौजूद एंटी फंगल गुण इसमें मदद करता है। नारियल तेल संक्रमित जगह पर एक सुरक्षात्मक परत (Protective layer) बना देता है। इससे बाहरी जीवाणु उस जगह पर नहीं पनप पाते और प्रभावित हिस्सा जल्दी हील हो जाता है l
4- लहसुन - एक से दो लहसुन की कलियो को बारीक पीसकर इसे दाद वाली जगह पर लगाएं। इसे 15 मिनट तक लगा रहने दें, फिर धो लें। लहसुन का इस्तेमाल अक्सर पैरों पर होने वाले दाद के लिए किया जाता है। लहसुन में मौजूद एजीन (Ajoene) टीनिया पेडिस (पैर के दाद) के इलाज में प्रभावी होता है।
5- नीलगिरी तेल (Eucalyptus Oil) - एक छोटा चम्मच नीलगिरी तेल लें इसको को डायल्यूट करने के लिए थोड़ा सा पानी मिला दें, पानी और तेल को आपस में मिला लें। अब रूई की मदद से उसे दाद प्रभावित हिस्से पर लगाएं, फिर जितनी देर हो सके रूई को वहीं रहने दें। नीलगिरी तेल में शक्तिशाली एंटी-फंगल प्रभाव होता है। इसी वजह से नीलगिरी तेल को इंफेक्शन से राहत दिलाने वाला दाद का घरेलू उपाय माना जाता है।
6- नीम - नीम की पत्तियां या नीम के तेल की कुछ बूंदें खुजली और दाद वाली जगह पर लगाएं। नीम त्वचा, पैरों के नाखून और बालों को प्रभावित करने वाले दाद के फंगस को खत्म करने में मदद करता है। इसमें मौजूद फंगीसाइडस (Fungicides) इस फंगल इंफेक्शन से बचाने में मदद कर सकता है l
दाद को जड़ से खत्म करने की दवा (Herbal/Unani Medicine)
1- रोगन बाबची/Babchi (हमदर्द)- खुजली की जगह पर दिन में 2 बार लगायें l ये त्वचा से दाग धब्बो को हटाता है ।
2- माजून उष्बा/Ushba (हमदर्द)- सुबह शाम 1 चम्मच लें, ये खून में मौजूद टोक्सिन को बहार निकलता है l
Note
दवा के साथ-साथ, रोगियों को यूनानी चिकित्सक के दिशानिर्देशों के अनुसार सख्त खान-पान का पालन करना ज़रूरी है। इसलिए खुद से दवा लें के खाने से बचे। मरीजों को सलाह दी जाती है कि वे इलाज और सलाह के लिए नजदीकी अधिकृत यूनानी केंद्र पर जाएं या HEALTHYBAZAR पर यूनानी चिकित्सक से सलाह लें l
निष्कर्ष/ Conclusion
विज्ञान की प्रगति के कारण लगभग हर बीमारी का इलाज मौजूद है। यूनानी दवाएं लक्षणों का इलाज करके और उन्हें स्थायी रूप से ठीक करके त्वचा की समस्याओं को ठीक करने में चमत्कार कर रही हैं। अपनी बीमारी के स्थायी या जड़ इलाज के लिए हेल्दीबाज़ार डॉक्टरों से ऑनलाइन परामर्श लें।