मुहासे या पिम्पल्स एक ऐसी परेशानी है जिसका 90% से ज़्यादा लोगो ने कभी न कभी सामना किया ही है। किसी-किसी को ये एक दो ही होते है पर कई बार येे पूरे त्वचा पर फैल जाते और काफी दर्द देते है ये पिम्पल कई दिन और महीनों तक नहीं जाते, यदि जाते भी है तो अपने नीशान छोड़ जाते हैं ।
प्रदूषण के बढ़ते स्तर, अनियमित दिनचर्या और ख़राब खान-पान जैसे कई वजहों से हमारे जीवन में बहुत सी समस्याओं ने जन्म ले लिया है। हमारी त्वचा शरीर का दर्पण है, हमारे ख़राब खान पान, का असर हमारे सेहत और चेहरेे पर साफ़-साफ़ दिख जाता है। ऐसा माना जाता है कि स्वस्थ और चमकदार त्वचा अच्छी सेहत का संकेत देती है और किसे चमकदार त्वचा नहीं चाहिए?
यूनानी चिकित्सा के अनुसार अगर आपके शरीर में बालगम (phlegm) यानी की कफ दोष बढ़ गया है, जिससे सिबेसियस (sebaceous) ग्लैंड ज़ादा एक्टिव हो जाते है, तो उसकी वजह से त्वचा ज़ादा तैलिये हो जाती है या ये आपके पोर्स को बंद कर देती हैं। इससे ये पोर्स सूज जाते हैं, और इनमे मवाद (या Pus) भर जाता हैं। जिसकी वजाह से त्वचा ग्रीसी और ऑयली हो जाती है, और त्वचा पर मुंहासे और ब्लैकहेड्स हो जाते हैं।
अन्य बीमारियों की तरह, यूनानी चिकित्सा मुँहासे के इलाज के लिए एक अलग नज़रिया अपनाता है जिसे Holistic Approach कहते है। यह केवल आपके लक्षणों का ऊपरी इलाज नहीं करता बल्कि जड़ तक जाता है और उसे जड़ से समाप्त करता है।
1. धनियां, सौंफ, तुलसी, हल्दी और आंवला को बराबर भागों में मिलाकर पाउडर बना लें। ये सभी बीज और जड़ी-बूटियां एंटीऑक्सिडेंट से भरपूर होती हैं जो त्वचा के नीचे की सूजन को खत्म करती हैं। आधा चम्मच इस चूर्ण को दोपहर के भोजन और रात के खाने से 15 मिनट पहले गुनगुने पानी में मिलाकर लें, आप क लिए ये असरदार होगा।
2. यूनानी चिकित्सा में तुलसी को इसके अद्भुत उपचार गुणों के लिए पवित्र माना जाता है और यह प्राकृतिक रूप से मुंहासों, फुंसियों और दोषों के इलाज के लिए सबसे अच्छी जड़ी-बूटियों में से एक है। तुलसी के कुछ ताजे और साफ पत्तों को पीसकर उसका रस निकाल लें और अपने चेहरे पर मालिश करें। 15-20 मिनट के लिए चेहरे को रस को सोखने दें और ठंडे पानी से धो लें।
3. एक सेब लें, उसे कद्दूकस कर लें, उसमें 1 चम्मच शहद डालकर अच्छी तरह मिला लें। चेहरे पर लगाएं, इसे 15 मिनट के लिए छोड़ दें और सामान्य पानी से धो लें। यह मुंहासों और उसके निशान को हटाने में मदद करेगा।
4. पिसे हुए तिल का पेस्ट तैयार कर लें। पानी के साथ अच्छी तरह मिला लें। इसे प्रभावित क्षेत्र पर लगाएं। यह त्वचा पर चकत्ते और एलर्जी के इलाज में भी प्रभावकारी है।
5. संतरे की सूखे छिलके का पाउडर (साइट्रस साइनेंसिस) अगर पेस्ट के रूप में लगाया जाए या छिलके कोे चेहरे पर मला जाए तो उससे मुँहासों के निशान दूर हो जाते हैं।
6. पपीते का दूध (Carica papaya) चेहरे पर लगाने से पिंपल्स दूर होते हैं। कच्चे पपीते का पेस्ट चेहरे पर लगाने से भी पिंपल्स ठीक हो जाते हैं।
आयुर्वेद और यूनानी चिकित्सा में हमारे सभी समस्याओं का समाधान है जो की हमारी प्रोब्लेम्स को जड़ से ख़तम करने की क्षमता रखता है, एसे ही असरदार और घरेलु नुस्खों के लिए visit: करे www.healthybazar.com. आप यहाँ हमारे बेहतरीन डॉक्टर्स से संपर्क भी कर सकते है जो की आपकी हर बीमारी को जड़ से ख़तम करने का आपको सही और उचित तरीका बता सकते हैं I
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