search

Published 06-03-2024

बांझपन का समाधान: 8 आयुर्वेदिक उपाय जो आपकी सहायता कर सकते हैं

FEMALE INFERTILITY

 बांझपन का समाधान: 8 आयुर्वेदिक उपाय जो आपकी सहायता कर सकते हैं

Dr. Shivani Nautiyal

Dr. Shivani Nautiyal is a renowned Ayurvedic physician, Panchakarma therapies specialist, and detox expert who has made significant contributions to the field of natural holistic healing and wellness. With her profound knowledge, expertise, and compassionate approach, she has transformed the lives of countless individuals seeking holistic health solutions. She is a Panchakarma expert, which are ancient detoxification and rejuvenation techniques. She believes in the power of Ayurveda to restore balance and harmony to the body, mind, and spirit.

"बांझपन" (baanjhpan), जिसे चिकित्सा भाषा में "अनुर्वरता" (anurvarta) या "इनफर्टिलिटी" (infertility) भी कहा जाता है, वह ऐसी स्थिति है जिसमें एक दंपत्ति, बिना किसी गर्भनिरोधक के इस्तेमाल के, एक साल से अधिक समय तक नियमित रूप से यौन संबंध बनाने के बावजूद गर्भधारण करने में असमर्थ होता है। यह समस्या पुरुषों और महिलाओं दोनों में ही हो सकती है। आंकड़ों के अनुसार, लगभग 40% बांझपन के मामले पुरुषों से जुड़े होते हैं। बांझपन का भारतीय महिलाओं पर गहरा सामाजिक और मानसिक प्रभाव पड़ सकता है। उन्हें अक्सर परिवार और समाज के दबाव का सामना करना पड़ता है, जो उन्हें गर्भधारण करने के लिए लगातार प्रयास करने के लिए दबाव डालते हैं। बांझपन के कारण महिलाओं को अवसाद, चिंता और आत्म-सम्मान में कमी जैसी समस्याएं भी हो सकती हैं।

भारत में महिलाओं में बांझपन का अनुपात 

  • राष्ट्रीय परिवार स्वास्थ्य सर्वेक्षण (NFHS-5) के अनुसार, भारत में 15-49 वर्ष आयु वर्ग की 10.3% महिलाएं बांझपन से पीड़ित हैं।
  • यह अनुपात शहरी क्षेत्रों (8.9%) की तुलना में ग्रामीण क्षेत्रों (12.3%) में अधिक है।
  • कुछ राज्यों में, जैसे कि बिहार (16.8%) और झारखंड (16.2%), बांझपन का अनुपात राष्ट्रीय औसत से काफी अधिक है।

ये भी पढ़े : बांझपन में आयुर्वेद का महत्व

भारतीय महिलाओं में बांझपन के प्रमुख कारण 

1. संक्रामक रोग

  • यौन संचारित रोग (STD) और अन्य संक्रामक रोग, जैसे कि तपेदिक (TB), महिलाओं में बांझपन का एक प्रमुख कारण हो सकते हैं।
  • STD फैलोपियन ट्यूब को नुकसान पहुंचा सकते हैं, जिससे अंडे को गर्भाशय में पहुंचना मुश्किल हो जाता है। वे अंडे या गर्भाशय को भी नुकसान पहुंचा सकते हैं, जिससे गर्भधारण करना मुश्किल हो जाता है।
  • TB फैलोपियन ट्यूब को भी नुकसान पहुंचा सकता है।

2. हार्मोनल असंतुलन

  • हार्मोनल असंतुलन, जैसे कि पॉलीसिस्टिक अंडाशय सिंड्रोम (PCOS), महिलाओं में बांझपन का एक और प्रमुख कारण हो सकता है।
  • PCOS एक ऐसी स्थिति है जिसमें अंडाशय कई छोटे, अनियमित follicles विकसित करते हैं। इससे अंडे का ovulation मुश्किल हो सकता है।

3. गर्भाशय की समस्याएं

  • गर्भाशय की समस्याएं, जैसे कि एंडोमेट्रियोसिस और फैलोपियन ट्यूब की रुकावट, भी महिलाओं में बांझपन का कारण बन सकती हैं।
  • एंडोमेट्रियोसिस एक ऐसी स्थिति है जिसमें गर्भाशय की lining का ऊतक गर्भाशय के बाहर बढ़ता है। इससे फैलोपियन ट्यूब को नुकसान पहुंच सकता है और अंडे को गर्भाशय में पहुंचना मुश्किल हो सकता है।
  • फैलोपियन ट्यूब की रुकावट फैलोपियन ट्यूब को बंद कर सकती है, जिससे अंडे को गर्भाशय में पहुंचना मुश्किल हो जाता है।

4. उम्र

  • महिलाओं की उम्र बढ़ने के साथ-साथ उनकी प्रजनन क्षमता में भी कमी आती है।
  • 35 वर्ष की आयु के बाद, महिलाओं में गर्भधारण करने की संभावना कम हो जाती है। ऐसा इसलिए है क्योंकि उनके अंडे की गुणवत्ता और संख्या में कमी आती है।

5. जीवनशैली के कारक

  • धूम्रपान, शराब का सेवन और मोटापे जैसे जीवनशैली के कारक भी महिलाओं में बांझपन में योगदान कर सकते हैं।
  • धूम्रपान अंडे की गुणवत्ता और संख्या को नुकसान पहुंचा सकता है।
  • शराब का सेवन ovulation में हस्तक्षेप कर सकता है और गर्भाशय को अंडे को रोपण करने से रोक सकता है।
  • मोटापा ovulation में भी हस्तक्षेप कर सकता है।

6. मानसिक तनाव

  • मानसिक तनाव भी महिलाओं में बांझपन में योगदान कर सकता है।
  • तनाव ovulation में हस्तक्षेप कर सकता है और गर्भाशय को अंडे को रोपण करने से रोक सकता है।

7. अन्यथा अस्पष्टीकृत बांझपन

  • कुछ मामलों में, महिलाओं में बांझपन के कारण का पता नहीं लगाया जा सकता है। इसे "अस्पष्टीकृत बांझपन" कहा जाता है।
  • अस्पष्टीकृत बांझपन लगभग 10-15% बांझपन मामलों के लिए जिम्मेदार है।

यह ध्यान रखना महत्वपूर्ण है कि बांझपन हमेशा महिला की गलती नहीं होती है। पुरुषों में भी बांझपन के कई कारण हो सकते हैं।

भारतीय महिलाओं में बांझपन के प्रमुख लक्षण

1. अनियमित मासिक धर्म

  • यदि आपके मासिक धर्म चक्र अनियमित हैं, तो यह ovulation की समस्या का संकेत हो सकता है।
  • सामान्य मासिक धर्म चक्र 21 से 35 दिनों का होता है।
  • यदि आपके मासिक धर्म चक्र 35 दिनों से अधिक लंबे हैं, या यदि वे 21 दिनों से कम हैं, तो यह ovulation की समस्या का संकेत हो सकता है।

2. दर्दनाक मासिक धर्म

  • यदि आपके मासिक धर्म बहुत दर्दनाक हैं, तो यह एंडोमेट्रियोसिस का संकेत हो सकता है।
  • एंडोमेट्रियोसिस एक ऐसी स्थिति है जिसमें गर्भाशय की lining का ऊतक गर्भाशय के बाहर बढ़ता है।
  • यह दर्दनाक मासिक धर्म, दर्दनाक संभोग और बांझपन का कारण बन सकता है।

3. योनि स्राव

  • यदि आपको असामान्य योनि स्राव होता है, तो यह संक्रमण का संकेत हो सकता है।
  • संक्रमण फैलोपियन ट्यूब को नुकसान पहुंचा सकता है और बांझपन का कारण बन सकता है।

4. गर्भधारण करने में असमर्थता

यदि आप एक वर्ष से अधिक समय तक नियमित रूप से यौन संबंध बनाने के बावजूद गर्भधारण करने में असमर्थ हैं, तो यह बांझपन का संकेत हो सकता है।

5. अन्य लक्षण

  • अन्य लक्षण जो बांझपन का संकेत दे सकते हैं उनमें शामिल हैं:
  • मुँहासे
  • बालों का झड़ना
  • वजन बढ़ना
  • थकान
  • मूड स्विंग

बांझपन का समाधान : आयुर्वेदिक उपाय   

आयुर्वेद में बांझपन को "वांध्यत्व" कहा जाता है। यह एक ऐसी स्थिति है जिसमें एक दंपत्ति, बिना किसी गर्भनिरोधक के इस्तेमाल के, एक साल से अधिक समय तक नियमित रूप से यौन संबंध बनाने के बावजूद गर्भधारण करने में असमर्थ होता है। आयुर्वेदिक दृष्टिकोण से, बांझपन शरीर में असंतुलन के कारण होता है। यह असंतुलन विभिन्न कारकों के कारण हो सकता है, जैसे कि:

  • अग्नि (पाचन तंत्र) की कमजोरी
  • अमा (विषाक्त पदार्थों) का संचय
  • वात (वायु), पित्त (पित्त) और कफ (कफ) दोषों का असंतुलन
  • आयुर्वेद में बांझपन के उपचार का उद्देश्य शरीर में संतुलन बहाल करना है। यह विभिन्न तरीकों से किया जा सकता है, जैसे कि:
  • आहार और जीवनशैली में बदलाव
  • आयुर्वेदिक दवाएं
  • पंचकर्म

यहां 8 आयुर्वेदिक उपाय दिए गए हैं जो बांझपन के इलाज में मदद कर सकते हैं

1. स्वस्थ आहार

  • एक स्वस्थ आहार खाना बांझपन के इलाज के लिए सबसे महत्वपूर्ण चीजों में से एक है।
  • अपने आहार में ताजे फल, सब्जियां, साबुत अनाज और दालें शामिल करें।
  • प्रसंस्कृत खाद्य पदार्थों, चीनी और कैफीन से बचें।

2. नियमित व्यायाम

  • नियमित व्यायाम करना भी बांझपन के इलाज में मदद कर सकता है।
  • व्यायाम करने से रक्त प्रवाह में सुधार होता है और शरीर से विषाक्त पदार्थों को बाहर निकालने में मदद मिलती है।
  • प्रतिदिन कम से कम 30 मिनट व्यायाम करने का लक्ष्य रखें।

3. तनाव प्रबंधन

  • तनाव बांझपन का एक प्रमुख कारण हो सकता है।
  • तनाव को कम करने के लिए योग, ध्यान या अन्य विश्राम तकनीकों का अभ्यास करें।

4. जड़ी-बूटियों और पूरक

  • कुछ जड़ी-बूटियां और पूरक हैं जो बांझपन के इलाज में मदद कर सकते हैं।
  • इनमें अश्वगंधा, शतावरी, और गोखरू शामिल हैं।
  • किसी भी जड़ी-बूटी या पूरक को लेने से पहले अपने डॉक्टर से बात करें।

5. पंचकर्म

  • पंचकर्म एक आयुर्वेदिक उपचार है जो शरीर से विषाक्त पदार्थों को बाहर निकालने में मदद करता है।
  • यह बांझपन के इलाज में मददगार हो सकता है।

6. योग और ध्यान

  • योग और ध्यान तनाव को कम करने और शरीर में संतुलन बहाल करने में मदद कर सकते हैं।
  • ये बांझपन के इलाज में मददगार हो सकते हैं।

7. प्रजनन संबंधी मालिश

  • प्रजनन संबंधी मालिश एक प्रकार की मालिश है जो प्रजनन प्रणाली को उत्तेजित करने में मदद करती है।
  • यह बांझपन के इलाज में मददगार हो सकता है।

8. आयुर्वेदिक चिकित्सक से परामर्श

  • यदि आप बांझपन से पीड़ित हैं, तो आयुर्वेदिक चिकित्सक से परामर्श करना महत्वपूर्ण है।
  • वे आपके लिए एक व्यक्तिगत उपचार योजना विकसित कर सकते हैं जो आपके विशिष्ट लक्षणों और आवश्यकताओं के अनुरूप है।

ये भी पढ़े : ये लक्षण हो सकते हैं बांझपन का कारण

निष्कर्ष

आयुर्वेदिक उपचार बाँझपन के इलाज में एक प्रभावी तरीका हो सकता है। यह सुरक्षित और प्राकृतिक है, और इसमें कोई दुष्प्रभाव नहीं है।उपचार का सबसे अच्छा तरीका आपके व्यक्तिगत लक्षणों और आवश्यकताओं पर निर्भर करेगा।  Dr. Shivani Nautiyal  से healthybazar पर परामर्श ले ताकि वे आपके लिए एक व्यक्तिगत उपचार योजना विकसित कर सकें। उपचार में समय लग सकता है, इसलिए धैर्य रखना महत्वपूर्ण है। यदि आप बाँझपन से पीड़ित हैं, तो आयुर्वेदिक उपचार एक विकल्प है जिस पर आपको विचार करना चाहिए। यह आपको गर्भधारण करने और परिवार शुरू करने में मदद कर सकता है।

Last Updated: Mar 7, 2024

Related Articles

Female Infertility

बांझपन में आयुर्वेद का महत्व: प्राकृतिक दृष्टिकोण

Female Infertility

महिला बांझपन: कारण, लक्षण और उपचार

Related Products

Dabur

Ashwagandha Churna

0 star
(0)

Experience the potency of Dabur Ashwagandha Churna a sexual stamina supplement that helps to enhance men's strength naturally.

₹ 140

Patanjali

SHATAVAR CHURNA ( 100 GM )

0 star
(0)

Enhances milk content, healthy, nutritious, useful in muscle pains and in all other weaknesses

₹ 160

Sri Sri Ayurveda

Gokshuradi Guggulu

0 star
(0)

Sri Sri Ayurveda Gokshuradi Guggulu is effective in removing toxins and supporting a healthy urinary system.

₹ 50