Published 27-05-2023
PREGNANCY CARE
डिलीवरी के बाद का मोटापा, जिसे प्रसवोत्तर मोटापे के रूप में भी जाना जाता है, उस स्थिति को कहते है जहां एक महिला गर्भावस्था के दौरान बढे हुए वजन को काम नहीं कर पाती है और प्रसव के बाद के समय में भी इसे काम करने में विफल रहती है | बच्चे के जन्म के बाद शरीर के वजन और बॉडी मास इंडेक्स (बीएमआई) में वृद्धि एक आम बात है। गर्भावस्था के दौरान, बच्चे की वृद्धि और विकास के लिए महिलाओं का वजन बढ़ना स्वाभाविक और आवश्यक है। हालांकि, जन्म देने के बाद, कुछ महिलाएं गर्भावस्था के दौरान बढ़े हुए अतिरिक्त वजन को कम करने के लिए बहुत से उपाय करती है |
1- हार्मोनल परिवर्तन: गर्भावस्था के दौरान हार्मोनल उतार-चढ़ाव और प्रसव के बाद की अवधि वजन को प्रभावित कर सकती है। एस्ट्रोजेन और प्रोजेस्टेरोन जैसे हार्मोन, जो गर्भावस्था के दौरान बढ़ते हैं, वसा (Fat) के इक्कठा होने और चयापचय (Metabolism) को प्रभावित कर सकते हैं।
2- जीवन शैली (Lifestyle) : अपर्याप्त और कम शारीरिक गतिविधि, खराब आहार और बहुत ज्यादा आरामदायक जीवन जीना प्रसव के बाद वजन बढ़ाने में योगदान कर सकता है। नवजात शिशु की देखभाल, नींद की कमी और तनाव का बढ़ता स्तर भी महिला की स्वस्थ को प्रभावित करता है।
3- भावनात्मक कारन : भावनात्मक परिवर्तन, जैसे कि तनाव, थकान, और मातृत्व की जरूरतों को पूरा करना, खाने के पैटर्न को प्रभावित कर सकता है और वजन बढ़ाने या वजन कम करने में कठिनाई दे सकता है।
4- आनुवंशिक प्रवृत्ति (Genetics): आनुवंशिक कारक गर्भावस्था के बाद वजन बढ़ने के लिए किसी व्यक्ति की प्रवृत्ति को प्रभावित करते हैं। मोटापे या चयापचय (Metabolism) संबंधी बीमारियों का पारिवारिक इतिहास (Family history) प्रसव के बाद वजन बढ़ने में योगदान कर सकता है।
ये भी पढ़े: क्या गर्भावस्था में व्रत रखना सही है?
1. भोजन पर ध्यान दें: एक संतुलित और पौष्टिक आहार अपनाएं जिसमें संपूर्ण खाद्य पदार्थ, फल, सब्जियां, लीन प्रोटीन और साबुत अनाज शामिल हों। अत्यधिक प्रसंस्कृत (Processed) और शर्करा (Sugar) युक्त खाद्य पदार्थों से बचें।
2. स्तनपान: यदि आप स्तनपान कराती हैं, तो यह प्रसव के बाद वजन घटाने में योगदान कर सकता है। स्तनपान कैलोरी बर्न करता है और वजन कम करने में मदद कर सकता है। हालांकि, यह जानना महत्वपूर्ण है कि आप पर्याप्त भोजन और पोषक तत्वों का सेवन कर रहे हैं या नहीं |
3. धीरे-धीरे वजन कम करना: धीरे-धीरे वजन घटाने का लक्ष्य रखें, प्रति सप्ताह 1-2 kilo वजन कम करने की कोसिस करे क्युकी तेजी से वजन घटाना आपके समग्र स्वास्थ्य के लिए हानिकारक हो सकता है और लंबे समय तक काम नहीं करने पे, वजन बार बार बढ़ता रहता है।
4. हाइड्रेटेड रहें: दिन भर में खूब पानी पिएं। पानी आपको हाइड्रेट 'hydrate' करने में मदद करता है, चयापचय (metabolism) को बढ़ाता है और पाचन में सहायता करता है।
5. नियमित शारीरिक गतिविधि में व्यस्त रहें: नियमित व्यायाम को अपनी दिनचर्या में शामिल करें और आपके प्रसव के लिए सुरक्षित हैं। चलने, तैरने, या प्रसव के बाद योग करने से वजन घटाने की शुरुआत करें, और धीरे-धीरे अवधि को बढ़ाएं |
6. पर्याप्त नींद लें: वजन घटाने और सवस्थ के लिए अच्छी नींद ले । नींद की कमी से भूख में वृद्धि और वजन कम करने में कठिनाई हो सकती है।
ये भी पढ़े: गर्भावस्था के नौ माह की डाइट और लाइफस्टाइल : Diet & Lifestyle in Pregnancy
अंत में, प्रसव के बाद वजन कम ना होना कई महिलाओं के लिए एक आम चिंता का विषय है जिन्होंने हाल ही में बच्चे को जन्म दिया है। जबकि वजन घटाने के लिए धैर्य के साथ स्वास्थ्य, आहार और दिनचर्या पर ध्यान देना महत्वपूर्ण है | यदि आपको Pregnancy या किसी भी शारीरिक या मसंशिक तकलीफ के बारे में जानना है तो हम आपको हमारे एक्सपर्ट (expert) डॉक्टर्स से संपर्क करने की सलाह देते है www.healthybazar.com पर जाए और अपनी हर समस्या का समाधान नेचुरल (natural) तरीके और समस्या को जड़ से ख़तम करने का उपाए हमारे डॉक्टर्स से ले ।