Published 05-09-2022
HEART, WEAK HEART AND NERVOUSNESS
आज के समय में दुनियाभर में दिल से जुड़ीं बीमारियां मृत्यु की सबसे बड़ी वजह बनती जा रही है। बढ़ती उम्र के साथ-साथ दिल की बीमारी का खतरा बढ़ जाता है, लेकिन आज कल 50 की उम्र से पहले भी लोगो में दिल की समस्या देखने को मिल रही है, अक्सर हमारे माता-पिता भी अपनी सेहत को नजरअंदाज कर देते हैं, लेकिन कई बार ऐसा करना घातक साबित हो सकता है। अगर उन्हें सांस लेने में दिक्कत है या हाई ब्लड प्रेशर की समस्या के लक्षण महसूस हो रहे हैं तो तुरंत डॉक्टर की सलाह लें । आइये आप को दिल के बीमार (Heart ke bare me jankari) के लक्षणों के बारे में बताते है जससे आप सावधान रहे और समय रहते डॉक्टर की सलाह ले l
कई बार सीने में होने वाले दर्द को गैस या एसिडिटी मानकर लोग अनदेखा कर देते हैं। अगर आपके पैरेंट्स को या आप को सीने / छाती में दर्द या दबाव महसूस होता है तो यह दिल का दौरा पड़ने का संकेत हो सकता है, इसके अलावा, आर्टरी में ब्लॉकेज होने के कारण भी सीने में दर्द हो सकता है, अगर हल्का हल्का दर्द काफी समय से है तो इससे नज़रअंदाज़ न करे।
अगर आप को बिना किसी वर्कआउट और काम के ज्यादा पसीना आ रहा है तो यह दिल की बीमारी (Heart problems ke lakshan) का संकेत हो सकता है। इसका यह कारण बताया जाता है की जब खून को दिल ठीक से पंप नई कर पाता है, तो बहुत ज्यादा पसीना आता है। अगर आपको भी यह लक्षण दिखाई दे रहे हैं तो सावधानी बरतें l
अगर आप के पैरों में, टखनों/एड़ियों में सूजन और तलवों में सूजन दिख रही है या उनको दबाने से गड्ढे पड़ रहे हैं तो यह भी कारण दिल की बीमारी से जुड़ा हुआ हो सकता है। इसका यह कारण है की कई बार हार्ट में ब्लड का सर्कुलेशन ठीक तरह से ना होने की वजह से पैरों में, टखनों/एड़ियों में सूजन और तलवों में सूजन आ जाती है।
कई बार देखा गया है की जिन को में ह्रदय से जुडी समस्या होती है उनको चक्कर आते हैं और आंखों के सामने अंधेरा छा जाता है, अगर यह लम्बे समय से हो रहा है तो इसे नज़रअंदाज़ न करें यह लो ब्लड प्रेशर की दवाह से हो सकता है, लो ब्लड प्रेशर में शरीर में ब्लड फ्लो कम हो जाता है इससे रक्त का प्रवाह हृदय तक ठीक तरह से नहीं पहुंच पाता है और हार्ट अटैक का खतरा बढ़ जाता है l
(रेक्स/न्यू शमा)- इसमें मोती, चंदन, सोना आदि होते हैं। यह दिल को मज़बूत/ स्वस्थ बनता है। यह हृदय टॉनिक है और हृदय को शक्ति प्रदान करता है।
Dose- दिन में दो बार 1 बड़ा चम्मच
ये कार्डियोप्रोटेक्टिव मेडिसिन है इस्मे सैंडल, ऊद, होता है, ये दिल तो मजबूत बनते हैं, और ब्लड प्रेशर को नार्मल रखता है ।
Dose- 1 बड़ा चम्मच दिन में दो बार
जैसा की हम सब जानते है की भारत दिल से जुडी बीमारियों का हब (Hub) बनता जा रहा है, लोगो में अलग अलग तरह की दिल से जुडी बीमारियां पैदा हो रही हैं, यह सब कही न कही हमारी जीवन शैली से जुडी हुईं हैं, यह पे हमने दिल की बीमारी के कुछ लक्षण बतायें हैं, ताकि आप सावधान रहें और अगर आप को या आपके नज़दीकी को यह लक्षण दिखाई दे रहें है तो अपने डॉक्टर से Le le सलाह से या आप हमारी website www.healthybazar.com से संपर्क कर सकते हैं l