Published 29-09-2023
PREMATURE EJACULATION
तनाव का मतलब होता है कई तरह के भारी या चिंताजनक दबावों का सामना करना। यह एक ऐसी स्थिति है जिसमें हमारे मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य पर गहरा प्रभाव पड़ सकता है। तनाव के कारण विभिन्न स्वास्थ्य समस्याएँ हो सकती हैं, और शीघ्रपतन एक ऐसी समस्या हो सकती है जिसे तनाव के कारण बढ़ सकता है।
1. चिंता और अफसोस: तनाव के समय, व्यक्ति चिंतित और अफसोसी हो सकता है। उन्हें अपने जीवन में हो रहे स्थितियों के बारे में बार-बार सोचने की आदत हो जाती है।
2. नींद की समस्या: तनाव के कारण नींद न आने की समस्या हो सकती है। व्यक्ति रात को अच्छी तरह से सोने में परेशानी महसूस कर सकता है।
3. शारीरिक समस्याएँ: तनाव के कारण शारीरिक समस्याएँ भी हो सकती हैं, जैसे कि मांसपेशियों में तनाव के कारण दर्द और स्थायी थकान।
4. आत्म-संवाद: तनाव के कारण व्यक्ति का आत्म-संवाद बदल सकता है। वे अपने आप से सवाल करते हैं और खुद को सजीव महसूस नहीं करते हैं।
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शीघ्रपतन एक पुरुषों की सामान्य सेक्स समस्या है, जिसमें व्यक्ति अपने इच्छा के बगैर बहुत ही जल्दी वीर्यान्तरण कर देते हैं। यह समस्या तनाव के कारण भी हो सकती है, और इसके कुछ मुख्य कारण निम्नलिखित हैं:
1. मानसिक तनाव: तनाव के समय, मानसिक दबाव बढ़ सकता है, और इसके परिणामस्वरूप पुरुष अपने व्यापारिक जीवन में भी तनाव महसूस कर सकते हैं, जिससे शीघ्रपतन की समस्या हो सकती है।
2. हार्मोनल बिगड़न: तनाव के कारण हार्मोन्स में बिगड़न हो सकता है, जिसका असर यौन समस्याओं पर हो सकता है, जैसे कि शीघ्रपतन।
3. तनाव के कारण नींद की कमी: तनाव के चलते, नींद की कमी हो सकती है, और यह शीघ्रपतन को बढ़ा सकती है, क्योंकि यह व्यक्ति की यौन शक्ति को प्रभावित कर सकती है।
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शीघ्रपतन का इलाज करने के लिए आयुर्वेदिक दवाओं का इस्तेमाल किया जा सकता है। आयुर्वेद में इस समस्या को पुरुषबल परिपाक और वीर्यसंरक्षण चिकित्सा के द्वारा इलाज किया जाता है।
1. अश्वगंधा (Ashwagandha): अश्वगंधा एक प्राकृतिक आयुर्वेदिक उपाय है जिसे शीघ्रपतन के इलाज के लिए प्रयोग किया जा सकता है। यह तनाव को कम करने में मदद कर सकता है और यौन समस्याओं को दूर करने में सहायक हो सकता है।
2. शतावरी (Shatavari): शतावरी भी एक प्राकृतिक आयुर्वेदिक उपाय है जो पुरुषों के यौन स्वास्थ्य को बेहतर बना सकता है। यह यौन दुर्बलता को कम करने में मदद कर सकता है और शीघ्रपतन की समस्या को दूर करने में सहायक हो सकता है।
3. अश्विनी मुद्रा (Ashwini Mudra): यह एक आयुर्वेदिक मुद्रा है जो यौन समस्याओं के इलाज के लिए प्रयोग की जाती है। इस मुद्रा का नियमित अभ्यास करने से यौन समस्याओं में सुधार हो सकता है।
4. वृष्य औषधि (Vrishya Ayurvedic Medicines): आयुर्वेद में वृष्य औषधियाँ भी पुरुषों के यौन स्वास्थ्य को बेहतर बनाने के लिए प्रयोग की जाती हैं। इन औषधियों का नियमित सेवन शीघ्रपतन को कम करने में मदद कर सकता है।
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तनाव के कारण शीघ्रपतन की समस्या हो सकती है, लेकिन यह समस्या आयुर्वेदिक दवाओं के माध्यम से सही की जा सकती है। तनाव को कम करने और स्वस्थ जीवनशैली अपनाने के साथ, आप इस समस्या को सफलता से परिष्कृत कर सकते है, ध्यान दें कि आयुर्वेदिक दवाओं का सेवन करने से पहले डॉक्टर से सलाह लेना हमेशा महत्वपूर्ण होता है। आपके लिए सही इलाज की जरूरत है तो आपके डॉक्टर आपको सही मार्गदर्शन देंगे।