शीघ्रपतन (सूरत-ए-इंज़ाल) आजकल की सबसे आम यौन समस्याओं में से एक है। आज कई सरे लोग "शीघ्रपतन का इलाज" के बारे में जानना चाहते है , परन्तु शर्म की वजह से ना ही डॉक्टर को सही से दिखापते है और न ही किसी से शेयर कर पाते है , इसलिए आज हम इसके बारे में पूरी जानकारी प्राप्त करेंगे , शीघ्रपतन के इलाज से पहले हम जानेगे ये क्या है, और कैसे होता है! आदि
यह संभोग (Sex) के दौरान प्रवेश से पहले या उसके तुरंत बाद अनियंत्रित स्खलन (वीर्य का निकलना) है। या हम कह सकते हैं कि यह एक स्थिति है जिसमें स्खलन चरमोत्कर्ष (Orgasm) तक पहुंचने से पहले होता है यह फोरप्ले के दौरान या लिंग डालने के तुरंत बाद जिसके परिणामस्वरूप दोनों पार्टनर के लिए सेक्स असंतोषजनक हो जाता है। कभी-कभी यह कपड़ों के रगड़ने से भी निकल जाता है। इससे एंग्जायटी और अपराधबोध(Guilt) हो सकता है, जिससे समस्या और बढ़ जाती है । इसने शायद हर आदमी को जीवन के किसी न किसी मोड़ पर प्रभावित किया है। एक सर्वेक्षण रिपोर्ट के अनुसार, लगभग 32% पुरुष शीघ्रपतन (सूरत-ए-इंज़ाल) से पीड़ित हैं, ये उन पुरुषों में ज्यादातर देखा जाता है जो 45 की दहलीज पर हैं, इससे कई रिश्ते ख़राब हुए है और शादिया भी टूटी हैं l
लक्षण (Symptoms)
- शीघ्रपतन के मुख्य लक्षणों में से एक संभोग शुरू होने से पहले या उसके तुरंत बाद एक अनियंत्रित स्खलन है।
- यह थोड़े से ही यौन उत्तेजना के बाद ,व्यक्ति की इच्छा से पहले होता है। इसमें पुरुष अपनी और अपने साथी की इच्छा से पहले ही स्खलित हो जाता है।
- शरीर की कमजोरी, थकान से स्खलन (Ejaculation) के कारण व्यक्ति अपनी ऊर्जा खो देता और सारा दिन थका थका रहता है ।
- लगातार शीघ्रपतन व्यक्ति को कमजोर बना देता है जिससे पैरों और पीठ में दर्द और ऐंठन होने लगती होती है। स्खलन पर खराब नियंत्रण के कारण यौन सुख कम हो जाता है।
- पार्टनर के साथ शर्मिंदगी, अपराधबोध या निराशा की भावनाएँ होती है l
- शिग्रपतन ज़ादा होने से चक्कर आना और आँखों की रौशनी भी कम हो जाने जैसे लक्षण देखने को मिलते है क्योंकि यह सभी महत्वपूर्ण अंगों को प्रभावित करता है और उनके कामो को कमजोर करता है।
- मतौर पर दोनों पार्टनर के बीच मनोवैज्ञानिक लक्षण अनुभव किया जा सकता है जैसे उनके रिश्तों में आत्मविश्वास में कमी चिंता, अवसाद, मानसिक संकट, आपसी रिश्ते ख़राब होना पार्टनर को संतुष्ट न कर पाने की शर्मिंदगी आदि l
शीघ्रपतन के कारण यूनानी के अनुसार
यूनानी चिकित्सा के अनुसार यह बलगमी मिज़ाज यानी शरीर में ठंडक का बढ़ जाना और गीलेपन (रुतुबत) की वजह से होता है या हम कह सकते हैं कि शरीर में फाल्गमैटिक स्वभाव (Phlegmatic mizaj) को बढ़ाता है जिससे सीमेन को रोके रहने की ताक़त (weakness of retentive power/ कुवत-ए-मासिका ) की कमजोरी हो जाती है।
शीघ्रपतन के अन्य कारण इस प्रकार हैं-
- महत्वपूर्ण अंगों की कमजोरी (Weakness of vital organs/ ज़ोफ़-ए-आज़ा-ए-रायसा) - महत्वपूर्ण अंग की कमजोरी के कारण शरीर के पूरे काम में गड़बड़ी के हो जाती है जिससे शीघ्रपतन हो सकता है।
- शरीर में दमवी मिज़ाज का बढ़ जाना जिससे शरीर में गर्मी बढ़ जाती है और इससे अंडकोश(Scrotum) से अधिक वीर्य बनने लगता है l
- वीर्य की गतिशीलता (Motility) में वृद्धि (हरकत वा हिद्दत-ए-मनी )- जब वीर्य पतला हो जाता है तो इसकी गतिशीलता बढ़ जाती है जिससे शीघ्रपतन होता है।
- वीर्य जहा से निकलता है वह मार्ग चौड़ा हो जाता है (इत्तेसा-ए-मजरा-ए-कज़ीब)- इस के कारण वीर्य के स्खलन को नियंत्रित करना मुश्किल होता है, और शिग्रपतन हो जाता है l
- शीघ्रपतन (सूरत-ए-इंजाल) कई बार कोई स्पष्ट कारण नहीं होता है, यौन अनुभव की कमी और उम ्र की वजह से भी शिग्रपतन हो जाता है , ज्यादातर पुरुष अक्सर अपने कामोन्माद (To delay orgasm) में देरी करना सीख जाते हैं।
- कभी कभी शिग्रपतन एक नए साथी के साथ सम्बन्ध बनाने से भी हो सकता है, या बहुत दिनों से ejaculation न हुआ हो तो भी l अपराधबोध (Guilt), अवसाद(Depression) या चिंता जैसे मनोवैज्ञानिक कारण से भी शीघ्रपतनहो सकता हैं। कुछ मामलों में, शीघ्रपतन (सूरत-ए-इंज़ाल) चिकित्सा कारण से संबंधित हो सकता है जैसे कि चोट, हार्मोनल समस्याएं, या कुछ दवाओं के साइड इफेक्ट्स से l
यूनानी नुस्खे
- धनिया पाउडर (किशनीज़-ए-खुस्क) 1 चमच , सादे पानी के साथ में लेना है।
- मेथी का पाउडर 1 /2 चम्मच शहद के साथ मिला कर खाये, तथा सोने से पहले इसका इस्तेमाल करें, शीघ्रपतन के लिए यह एक अच्छा उपाय है।
- आंवला शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता (Immunity)को बढ़ाने में मदद करता है। ऐसा माना जाता है कि एक गिलास आंवले का रस पीने से शिग्रपतन से पूरे रूप से छुटकारा पाने में मदद मिलता हैl
लौकी (लोकी) में ठंडापन होता है यह उस सिस्टम को ठंडा करता है जो स्खलन को नियंत्रित करती है। लौकी का जूस हम दो तरह से इस्तेमाल कर सकते हैं या तो लौकी का जूस पीकर या सोने से पहले इस जूस को तिल के तेल में मिलाकर लिंग पर हलके हाथो से मसाज कर सकते हैं.
शिग्रपतन का यूनानी इलाज
- मजून अरद खुरमा (हमदर्द)- यह प्राकृतिक कामोत्तेजक है, वीर्य की स्थिरता को बढ़ाता है, दिन में दो बार 1 चम्मच लें।
- मजून सालाब (हमदर्द)- यह यौन अंगों को मजबूत करता है, दिन में दो बार 1 चम्मच हलके गरम दूध के साथ लें।
- कुर्स कुश्त क़लाई (हमदर्द)- यह नसों और वीर्य को गाढ़ा करता है, खुराक- 2 गोली दिन में दो बार लें।
- जवारिश जालीनूस - (हमदर्द, रेक्स)- महत्वपूर्ण अंग के लिए अच्छा है यह किडनी के काम को मजबूत करता है, जिससे शिग्रपतन नहीं होता है, 1 बड़ा चम्मच भोजन के बाद पानी के साथ लें।
Note
दवा के साथ-साथ, रोगियों को यूनानी चिकित्सा के दिशानिर्देशों के अनुसार सख्त खान पान का पालन करना ज़रूरी है। इसलिए खुद से दवा लें के खाने से बचने की दृढ़ता से सलाह दी जाती है। मरीजों को सलाह दी जाती है कि वे इलाज और सलाह के लिए नजदीकी अधिकृत यूनानी केंद्र पर जाएं या हेल्थबाजार पर यूनानी चिकित्सक से सलाह लें l
निष्कर्ष
एक अध्ययन दिखाता है कि जोड़ी पर एक साल या उससे अधिक का समय तक शीघ्रपतन का सामना करना, उन पर गहरा प्रभाव डालता है, जिससे उन्हें नैतिक अवसाद, संबंध संकट और अन्य समस्याएँ हो सकती हैं। यूनानी चिकित्सा ने शीघ्रपतन के इलाज, इसके लक्षण और उपचार के बारे में जानकारी प्रदान की है। आज की विज्ञान प्रगति ने बहुत सारी बीमारियों के लिए समाधान प्रस्तुत किया है। हमारी ब्लॉग में हमने शीघ्रपतन के लिए एक सरल और साइड इफेक्ट-मुक्त उपचार प्रस्तुत किया है। डॉ. अजय सक्सेना से ऑनलाइन परामर्श करें, जो एक पूर्व सलाहकार हैं मंत्रालय ऑफ आयुष, भारत सरकार, नई दिल्ली, जिनके पास 13+ वर्षों का अनुभव है लाइफस्टाइल डिसऑर्डर्स में। अपने रोग के स्थायी या मूल उपचार के लिए उनसे परामर्श करें HealthyBazar पर।