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Published 28-11-2022

लिवर का रामबाण इलाज पतंजलि ।

LIVER AND KIDNEYS

लिवर का रामबाण इलाज पतंजलि ।

Dr. Asfiya Najmi

A graduate from Hamdard University, Dr Asfiya is dedicated to providing natural treatments and comfort to every patient through her extensive knowledge and experience. In addition to medical practice, she has a passion for playing volleyball and chess.

आपका लीवर शरीर के अंदर सबसे बड़ा अंग है। यह आपके शरीर को खाना पचाने में मदद करता है, एनर्जी को स्टोर करता है और टॉक्सिन्स पदार्थों को बाहर निकालता है, लिवर के कुछ और भी काम है जैसे आवश्यक प्रोटीन और कोलेस्ट्रॉल बनाना, मिनिरल, आयरन और विटामिन ए(A) को बनाने में मदद करना, पुरानी लाल रक्त कोशिकाओं (Red Blood Cells) को खत्म करना ।

साथ ही साथ यह ज्यादा पित्त को बाहर निकालने और सक्रिय करने वाले एंजाइमों को एक्टिवेट करता है जिससे खाना अच्छे से  हज़म हो सके, जब इसके इतने सारे काम है, तो इसकी हिफाजत भी ज़रूरी हैं और  इसका ख्याल रखना भी ज़रूरी है, इसलिए इस ब्लॉग के ज़रिये हम आपको लिवर का रामबाण इलाज पतंजलि के बारे में बताएंगे l

लिवर में बिमारी होने के संकेत और लक्षण :

लिवर में बिमारी होने के कई संकेत और लक्षण हो सकते हैं, लेकिन ये सभी बिमारियाँ अलग-अलग हो सकती हैं और यह बात व्यक्ति की स्वास्थ्य स्थिति पर भी निर्भर करती है। यहां कुछ आम संकेत और लक्षण हैं:

1. यकृत/लिवर (पेट के दाहिने) में दर्द: लिवर स्थिति में समस्या होने पर पेट के दाहिने में दर्द और तकलीफ हो सकती है।

2. पीलापन या जून्डिस: लिवर समस्याओं के कारण पीलापन या जून्डिस हो सकता है, जिसमें त्वचा और आँखों का सफेद हिस्सा पीला हो जाता है।

3. भूख में कमी: बिमार लिवर के कारण भूख में कमी हो सकती है और व्यक्ति थकावट महसूस कर सकता है।

4. वजन में गिरावट: लिवर समस्याएं वजन में गिरावट का कारण बन सकती हैं, जो अनुभव करने वाले को कमजोरी महसूस करा सकती है।

5. पेट में सूजन: लिवर समस्याएं पेट में सूजन या फूलने का कारण बन सकती हैं।

6. मूत्र रंग में परिवर्तन: यकृत समस्याओं के कारण मूत्र का रंग बदल सकता है, जिसे गहरा पीला या गहरा नीला देखा जा सकता है।

7. चक्कर आना: बिमार लिवर के कारण चक्कर आना भी हो सकता है।

किसी भी लक्षण या शरीर में हो रहे तकलीफो को नज़र अंदाज न करे एक छोटी सी भी तकलीफ बड़ी बीमारी का रूप ले सकती हैं  

 लिवर की बिमारियों से बचने के उपाय ।  

  • लीवर की बीमारी के मरीजों को शराब से पूरी तरह बचना चाहिए। शराब लीवर की बीमारियों को बढ़ा देती है और तेज़ी से लिवर ख़राब करती है, जिससे लिवर सिरोसिस(cirrhosis) हो जाता है, और रोगी की मृत्यु हो जाती है ।
  • जूस थेरेपी लीवर को शरीर से टॉक्सिन्स पदार्थों को बाहर निकालने में मदद करती है। जिगर की बीमारी वाले लोगों को जूस पीने से पहले शुद्ध रस का एक पार्ट पानी के साथ मिला कर पीना चाहिए।
  • जो लोग लीवर की बीमारी से जूझ रहे हैं उन्हें यह सलाह दी जाती है कि वे छोटे अंतराल पर भोजन करें और एक वक़्त में कम खाये एक बार में ही ज़्यादा खाना न खाएं । लिवर को अधिक काम करने से बचने के लिए, प्रति दिन पांच या छह छोटे, हल्के भोजन की सलाह दी जाती है।
  • ज़्यादा वसायुक्त (Fatty food) खाना और फ़ास्ट फ़ूड या प्रोसेस्ड(processed) खाने से बचें, विशेष रूप से पशु वसा (Animal meat) या हाइड्रोजनीकृत तेलों (Hydrogenated oil) से तैयार खाना । इस प्रकार के खाद्य पदार्थ लीवर पर ज़्यादा भार डालते हैं, जिससे खाना हज़म होने में दिक्कत होती है l
  • लीवर की बीमारी से पीड़ित लोगों को भी केवल लीन प्रोटीन (बिना वसा वाले) और कम मात्रा में खाने की सलाह दी जाती है।
  • फलों और उबली हुई सब्जियों का सेवन नियमित रूप से बढ़ाएं क्योंकि फल और सब्जियां पचने में  सान होती हैं, इस प्रकार लीवर के लिए कम काम होता है। इसके अलावा, वे विटामिन, खनिज और एंटीऑक्सिडेंट (antioxidant) के अच्छे स्रोत हैं जो लीवर को डिटॉक्सीफाई और ठीक करने में मदद करते हैं।

लिवर का रामबाण इलाज पतंजलि की दवा ।

1- पतंजलि लिव-अमृत सिरप- पतंजलि लिवामृत सिरप एक आयुर्वेदिक और हर्बल दवा है। इसमें अमला, पुनर्वा, गिलोय आदि जैसी जड़ी बूटियां मिली होती है जो की एक लीवर टॉनिक की तरह काम करती है, यह दवा फैटी लीवर, हेपेटाइटिस, भूख न लगना, और पीलिया में उपयोगी है।
डोज़- 1 चम्मच दिन में 2 बार लें l

2- पतंजलि दिव्य सर्वकल्प क्वाथ - इस क्वाथ के नियमित सेवन से लीवर मजबूत होता है। दूषित, बासी भोजन और पेय जैसे कोल्ड ड्रिंक, चाय और शरीर के अंदर टॉक्सिन जमा करते हैं, जो लीवर के कामकाज पर असर डालता है। जिसकी वजह से, पीलिया,  हेपेटाइटिस बी या सी, जैसे भयानक रोग शरीर पर हमला करते हैं। सबसे पहले क्वाथ दिव्य सर्वकल्प लीवर को हेपेटाइटिस बी या सी से बचाता है और फिर लीवर को एक्टिव करता है। इसके नियमित इस्तेमाल से लीवर में सूजन, उसका बढ़ना, पीलिया, पेशाब की मात्रा कम होना, पेट में दर्द, अपच, भूख न लगना आदि ठीक हो जाते हैं।अगर किसी क्वाथ का स्वाद तीखा है और आप डायबिटिक नहीं हैं तो शहद या कोई और मीठी चीज मिला लें।

कैसे इस्तेमाल करे- 1 पैकेट दिव्य सर्वकल्प क्वाथ को लगभग 500 मिलीलीटर पानी में मिलाकर उबाल लें, जब तक कि पानी 100 मिलीलीटर न हो जाए। इसे छानकर सुबह खाली पेट, रात के खाने से एक घंटा पहले या सोने से पहले लें। यदि आप इस काढ़े को ज़्यादा नहीं पी पा रहे हैं, तो ज़्यादा वक़्त तक उबालें और पानी की मात्रा कम होने पर इसे छान लें।

3- पतंजलि दिव्या लिवामृत- दिव्य लिवामृत एडवांस टैबलेट फैटी लीवर, हेपेटाइटिस, एनीमिया, जोड़ों, भूख की कमी के लिए उपयोगी है। लिवर के लिए रामबाड़ इलाज है पतंजलि की दवा l यह एक अनूठा(Unique) हर्बल फार्मूला है, इसमें अमला, भृंगराज आदि होता है यह यकृत रक्षक की तरह काम करता है, यह लिवर को मज़बूत बनता और इन्फेक्शन से लड़ने के लिए तैयार करता है l

डोज़- 1 टेबलेट दिन में 2 बार खाना खाने के हलके गुनगुने पानी से ले

यहाँ पर हम पतंजलि दवा के अलावा कुछ यूनानी दवा बता रहे हैं, जो लिवर के लिए रामबाड़ की तरह काम करती है और लिवर को स्वस्थ रखती है l   

1- अर्क कासनी (हमदर्द)- यह यूनानी में सबसे अच्छी हेपाटो-प्रोटेक्टिव(hepato-protector) दवा में से एक है, यह लिवर के काम को एक्टिव करती है, जिससे हाज़मा ख़राब नई होता।

खुराक- 5-7 बड़े चम्मच को 1 कप पानी में मिलाकर दिन में दो बार पियें

2- हब्बे कबीद नौशाद्री (हमदर्द) - यह फैटी लीवर को कम करता है, लीवर से टॉक्सिन को दूर करता है

खुराक- 2 गोली दिन में दो बार गुनगुने पानी के साथ।

3- अर्क माको (हमदर्द) - इसका इस्तेमाल ज़्यादातर लिवर की बिमारियों में किया जाता है, यह लिवर की सूजन को दूर करता है ।

खुराक - 5-7 छोटी चम्मच 1 कप पानी में मिलाकर दिन में दो बार पियें

Note:

एक अध्ययन के अनुसार, निदान किए गए लिवर रोग वाले वयस्कों का प्रतिशत: 1.8%। लिवर को स्वस्थ रखने और बीमारियों से बचने के लिए यूनानी चिकित्सा पद्धति में कई दवाओं, घरेलू उपचारों के बारे में बताया गया है।दवा के साथ-साथ, रोगियों को यूनानी चिकित्सा के दिशानिर्देशो ं(Guidelines) के अनुसार सख्त खान पान का पालन करना ज़रूरी है। इसलिए खुद से दवा लें के खाने से बचने की दृढ़ता से सलाह दी जाती है। मरीजों को सलाह दी जाती है कि वे इलाज और सलाह के लिए नजदीकी अधिकृत यूनानी केंद्र पर जाएं या Healthybazar पर यूनानी चिकित्सक से सलाह लें l

निष्कर्ष 

लीवर को स्वस्थ रखने और बिमारियों से बचने के लिए यूनानी चिकित्सा से बहुत सारी दवाइयों,  बीमारी से बचने उपाए और घरेलु नुस्खों के बारे में बताया गया है। यहां हमने लीवर के रामबाण इलाज पतंजलि की औषधियों के बारे में भी बताया है, जो न केवल लीवर को ठीक से काम करेगी और बीमारियों से भी बचाएगी, ये हर्बल औषधियां बिना किसी साइड इफेक्ट के काम करती हैं। हम आपको जीवनशैली विकार के लिए हमारे विशेषज्ञ डॉ. अजय सक्सेना से संपर्क करने की सलाह देते हैं। Healthybazar पर जाएं और अपनी हर समस्या का समाधान प्राकृतिक तरीकों और समस्या को जड़ से ख़तम करने का उपाए हमारे डॉक्टर्स से ले ।

Last Updated: Nov 27, 2023

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