Published 28-11-2022
LIVER AND KIDNEYS
आपका लीवर शरीर के अंदर सबसे बड़ा अंग है। यह आपके शरीर को खाना पचाने में मदद करता है, एनर्जी को स्टोर करता है और टॉक्सिन्स पदार्थों को बाहर निकालता है, लिवर के कुछ और भी काम है जैसे आवश्यक प्रोटीन और कोलेस्ट्रॉल बनाना, मिनिरल, आयरन और विटामिन ए(A) को बनाने में मदद करना, पुरानी लाल रक्त कोशिकाओं (Red Blood Cells) को खत्म करना ।
साथ ही साथ यह ज्यादा पित्त को बाहर निकालने और सक्रिय करने वाले एंजाइमों को एक्टिवेट करता है जिससे खाना अच्छे से हज़म हो सके, जब इसके इतने सारे काम है, तो इसकी हिफाजत भी ज़रूरी हैं और इसका ख्याल रखना भी ज़रूरी है, इसलिए इस ब्लॉग के ज़रिये हम आपको लिवर का रामबाण इलाज पतंजलि के बारे में बताएंगे l
1- पतंजलि लिव-अमृत सिरप- पतंजलि लिवामृत सिरप एक आयुर्वेदिक और हर्बल दवा है। इसमें अमला, पुनर्वा, गिलोय आदि जैसी जड़ी बूटियां मिली होती है जो की एक लीवर टॉनिक की तरह काम करती है, यह दवा फैटी लीवर, हेपेटाइटिस, भूख न लगना, और पीलिया में उपयोगी है।
डोज़- 1 चम्मच दिन में 2 बार लें l
2- पतंजलि दिव्य सर्वकल्प क्वाथ - इस क्वाथ के नियमित सेवन से लीवर मजबूत होता है। दूषित, बासी भोजन और पेय जैसे कोल्ड ड्रिंक, चाय और शरीर के अंदर टॉक्सिन जमा करते हैं, जो लीवर के कामकाज पर असर डालता है। जिसकी वजह से, पीलिया, हेपेटाइटिस बी या सी, जैसे भयानक रोग शरीर पर हमला करते हैं। सबसे पहले क्वाथ दिव्य सर्वकल्प लीवर को हेपेटाइटिस बी या सी से बचाता है और फिर लीवर को एक्टिव करता है। इसके नियमित इस्तेमाल से लीवर में सूजन, उसका बढ़ना, पीलिया, पेशाब की मात्रा कम होना, पेट में दर्द, अपच, भूख न लगना आदि ठीक हो जाते हैं।अगर किसी क्वाथ का स्वाद तीखा है और आप डायबिटिक नहीं हैं तो शहद या कोई और मीठी चीज मिला लें।
कैसे इस्तेमाल करे- 1 पैकेट दिव्य सर्वकल्प क्वाथ को लगभग 500 मिलीलीटर पानी में मिलाकर उबाल लें, जब तक कि पानी 100 मिलीलीटर न हो जाए। इसे छानकर सुबह खाली पेट, रात के खाने से एक घंटा पहले या सोने से पहले लें। यदि आप इस काढ़े को ज़्यादा नहीं पी पा रहे हैं, तो ज़्यादा वक़्त तक उबालें और पानी की मात्रा कम होने पर इसे छान लें।
3- पतंजलि दिव्या लिवामृत- दिव्य लिवामृत एडवांस टैबलेट फैटी लीवर, हेपेटाइटिस, एनीमिया, जोड़ों, भूख की कमी के लिए उपयोगी है। लिवर के लिए रामबाड़ इलाज है पतंजलि की दवा l यह एक अनूठा(Unique) हर्बल फार्मूला है, इसमें अमला, भृंगराज आदि होता है यह यकृत रक्षक की तरह काम करता है, यह लिवर को मज़बूत बनता और इन्फेक्शन से लड़ने के लिए तैयार करता है l
डोज़- 1 टेबलेट दिन में 2 बार खाना खाने के हलके गुनगुने पानी से ले
यहाँ पर हम पतंजलि दवा के अलावा कुछ यूनानी दवा बता रहे हैं, जो लिवर के लिए रामबाड़ की तरह काम करती है और लिवर को स्वस्थ रखती है l
1- अर्क कासनी (हमदर्द)- यह यूनानी में सबसे अच्छी हेपाटो-प्रोटेक्टिव(hepato-protector) दवा में से एक है, यह लिवर के काम को एक्टिव करती है, जिससे हाज़मा ख़राब नई होता।
खुराक- 5-7 बड़े चम्मच को 1 कप पानी में मिलाकर दिन में दो बार पियें
2- हब्बे कबीद नौशाद्री (हमदर्द) - यह फैटी लीवर को कम करता है, लीवर से टॉक्सिन को दूर करता है
खुराक- 2 गोली दिन में दो बार गुनगुने पानी के साथ।
3- अर्क माको (हमदर्द) - इसका इस्तेमाल ज़्यादातर लिवर की बिमारियों में किया जाता है, यह लिवर की सूजन को दूर करता है ।
खुराक - 5-7 छोटी चम्मच 1 कप पानी में मिलाकर दिन में दो बार पियें
Note:
एक अध्ययन के अनुसार, निदान किए गए लिवर रोग वाले वयस्कों का प्रतिशत: 1.8%। लिवर को स्वस्थ रखने और बीमारियों से बचने के लिए यूनानी चिकित्सा पद्धति में कई दवाओं, घरेलू उपचारों के बारे में बताया गया है।
दवा के साथ-साथ, रोगियों को यूनानी चिकित्सा के दिशानिर्देशो ं(Guidelines) के अनुसार सख्त खान पान का पालन करना ज़रूरी है। इसलिए खुद से दवा लें के खाने से बचने की दृढ़ता से सलाह दी जाती है। मरीजों को सलाह दी जाती है कि वे इलाज और सलाह के लिए नजदीकी अधिकृत यूनानी केंद्र पर जाएं या Healthybazar पर यूनानी चिकित्सक से सलाह लें l
निष्कर्ष
लीवर को स्वस्थ रखने और बिमारियों से बचने के लिए यूनानी चिकित्सा से बहुत सारी दवाइयों, घरेलु नुस्खों के बारे में बताया गया है। यहां हमने लीवर के रामबाण इलाज पतंजलि की औषधियों के बारे में भी बताया है, जो न केवल लीवर को ठीक से काम करेगी और बीमारियों से भी बचाएगी, ये हर्बल औषधियां बिना किसी साइड इफेक्ट के काम करती हैं। हम आपको जीवनशैली विकार के लिए हमारे विशेषज्ञ डॉ. अजय सक्सेना से संपर्क करने की सलाह देते हैं। Healthybazar पर जाएं और अपनी हर समस्या का समाधान प्राकृतिक तरीकों और समस्या को जड़ से ख़तम करने का उपाए हमारे डॉक्टर्स से ले ।