Published 30-11-2023
MALE SEXUAL HEALTH
लिंग में तनाव की समस्या का होना इरेक्टाइल डिसफंक्शन (ED) के रूप में प्रकट होता है। ये समस्या आम रूप से पुरषो में पायी जाती है, जिसमे पुरुष यौन संबंध बनाने में या बनाये रखने में समस्या का सामना करता है आयुर्वेद के अनुसर, व्यक्ति के यहां स्वास्थ्य का आधार दोष प्रकृति, धातु (शुक्राणु), ओजस और अग्नि बराबर होता है।
क्लेब्य या नापुनसक्ता के कारण दोष, धातु, और ओजस में असमान्य स्थिति हो सकती है। प्रकृति के विकृत दोषों को दूर करने के लिए, प्रकृति के वात, पित्त और कफ दोष को दूर करने के लिए इसका उपयोग किया जाता है।इसके अलावा, आयुर्वेद में तनाव के कारण मानसिक दोष का भी विचार होता है, और तनाव पर काम करने के लिए ध्यान, प्राणायाम और ध्यान का भी महत्व होता है।
1. शरीरिक क्षमता में कमी: रक्त संचार में समस्या, पोषक तत्त्वों की कमी, या अन्य शारीरिक क्षमाता में कमी ईडी का कारण हो सकती है।
2. मानसिक तनाव: तनाव, चिंता, अवसाद, और किसी भी मानसिक तनाव के कारण लिंग भी तनाव में कम हो सकता है।
3. मधुमेह: मधुमेह होने पर रक्त संचार में समस्या होती है, जिसके तनाव में कमी हो सकती है।
4. हार्मोनल असंतुलन: हार्मोनल असंतुलन, जैसे टेस्टोस्टेरोन की कमी, भी तनाव की समस्या पर प्रभाव डाल सकता है।
5. धातु दोष विकृति: आयुर्वेद के अनुसर, धातु दोष की विकृति भी तनाव में काम कर सकती है।
6. दवाओं का प्रभाव: कुछ दवाएँ, जैसी अवसादरोधी दवाएँ, रक्तचाप की दवाएँ, और कुछ और दवाएँ, तनव में कमी कर सकती हैं।
7. धूम्रपान और शराब: धूम्रपान और शराब का अत्यधिक सेवन भी तनव में काम कर सकता है।
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लिंग में तनाव ना बनने के लक्षण या स्तंभन दोष के रूप में सामान्य रूप से कुछ सामान्य लक्षण होते हैं। ये लक्षण व्यक्ति के शारीरिक स्थिति, मानसिक स्थिति, और अन्य करणों पर निर्भर करते हैं। यहां कुछ मुख्य लक्षण हैं:
1. तनव में कामी: लिंग में तनाव का ना होना या असमान्य तनाव का होना।
2. काम इच्छा शून्य: कम या बिलकुल भी यौन इच्छा महसूस न करना।
3. रात भर यौन दुर्गमन: रात को यूं संबंध बनाने में असमान्य परेशानी या मुश्किल का सामना करना।
4. शीघ्रपतन: शीघ्रपतन (शीघ्रपतन) का होना, जिसका वीर्य बहुत जल्दी निकल जाता है।
5. थकान और कामजोरी: यौन सम्बन्ध बनाने में थकान महसूस करना और शारीरिक कमजोरी का अनुभव करना |
6. चिंता और स्ट्रेस: यौन संबंध में चिंता और चिंता महसूस करना, जो तनाव को और बढ़ा सकती है।
7. ख़राब स्वास्थ्य: मधुमेह, उच्च रक्तचाप, या अन्य शारीरिक समस्याओं का होना, जो तनाव में कमी का कारण हो सकती है।
लिंग में तनाव को ठीक करने के लिए, आप अपनी जीवन शैली में कुछ बदलाव करके अपने यहां स्वास्थ्य को सुधार सकते हैं। यहां कुछ सूझाव है जो आपको मदद कर सकता है:
1. स्वस्थ आहार: पौष्टिक आहार का सेवन करें, जिस्मे फल, सब्जियाँ, मेवे, साबुत अनाज, और लीन प्रोटीन शामिल हो। जंक फूड और अधिक प्रोसेस्ड फूड से बचें।
2. व्यायाम: नियम से व्यायाम करें, जैसे कि एरोबिक व्यायाम, शक्ति प्रशिक्षण, और योग। व्यायाम रक्त परिसंचरण को सुधारने में मदद करता है।
3. शरीरिक क्षमाता: शारिक क्षमाता को सुधारने के लिए योग और स्ट्रेचिंग एक्सरसाइज का अभ्यास करें।
4. धूम्रपान और शराब का पहरेज: धूम्रपान और शराब का सेवन कम करें या बिल्कुल बंद कर दें। ये तनाव में कमी करने में मदद करेगा।
5. मानसिक स्वास्थ्य: तनाव और चिंता को कम करने के लिए ध्यान, गहरी सांस लेने के व्यायाम और विश्राम तकनीक का उपयोग करें।
6. मसालेदार भोजन: ज्यादा मसलेदार या बहुत तीखा खाना ना खाएं, क्यों ये पाचन को प्रभावित कर सकता है।
7. समय पर नींद: आपको पर्याप्त और अच्छी नींद लेना जरूरी है। नींद की कमी भी यूं स्वास्थ्य को प्रभावित कर सकती है।
8. वजन नियन्त्रित राखें: अगर आपका वजन अधिक है, तो उसको नियत्रित रखें। वजन नियंत्रण से हार्मोन संतुलन में सुधार होता है।
9. नशे से बचें: नशे के पिताथो का सेवन काम करें या बिल्कुल बंद कर दें।
10. संवेदनाशील राहें: अपने पार्टनर के साथ खुले मन से बात-चीत करें। संवेदनाशील रहना भी स्वास्थ्य के लिए महत्वपूर्ण है।
पतंजलि के आयुर्वेदिक उत्पादों में कुछ ऐसे होते हैं, जो यहां संबंधि समस्याओं में मदद करने का दावा करते हैं, लेकिन उनका इस्तेमाल करने से पहले एक वैद्य या आयुर्वेदिक चिकित्सकों से परामर्श करना सही होगा।
1. दिव्य शिलाजीत वटी : ये स्टैमिना बढ़ाने और यौन सम्बन्धी समस्याओं में मदद करने के लिए इस्तमाल होती है।
2. दिव्य यौवनामृत वटी : पौरुष शक्ति बढ़ाएं, योन समास्याओं को ठीक करें, और शारीरिक ताकत को बढ़ाने के लिए इस्तमाल होती है।
3. दिव्य अश्वगंधा चूर्ण: अश्वगंधा एक एडाप्टोजेन है और तनाव कम करने, सहनशक्ति बढ़ाने, और यहां तक कि संबंध बनाने के लिए भी इस्तेमाल होती है।
4. दिव्य चंद्रप्रभा वटी: मूत्र पथ में संक्रमण, गुर्दे की पथरी, और यहां स्वास्थ्य समस्याओं के उपचार में मदद मिल सकती है।
5. दिव्य अश्वशिला कैप्सूल: कैप्सूल दो महत्वपूर्ण आयुर्वेदिक जड़ी बूटियों अर्थात् शिलाजीत और अश्वगंधा का एक संयोजन है. यह प्राकृतिक उत्पाद यौन कमजोरी और सामान्य कमजोरी के लिए एक बहुत अच्छा हर्बल उपाय है।
6. दिव्य कौंच बीज चूर्ण: कौंच के बीज सेक्स पावर बढ़ाने के लिए इस्तेमाल किये जाते हैं।इसका कुछ दिनों तक सेवन करने से ही सेक्सुअल कमजोरी, नामर्दी, ढीलापन और शीघ्रपतन जैसी समस्याएं बहुत जल्दी दूर होती हैं। कौंच के बीजों का सेवन करने से पुरुष अधिक शक्तिशाली भी होते हैं।
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आयुर्वेद में कुछ औषधियां, तनाव और यौन स्वास्थ्य को सुधारने में मदद करती हैं, लेकिन इनका इस्तमाल करने से पहले एक विशेषज्ञ या आयुर्वेदिक चिकित्सकों की सलाह लेना सही रहेगा। पेनिस में तनाव से जुड़ी समस्याएं आम हैं और इसका समाधान करने के लिए कई आयुर्वेदिक दवाएं उपलब्ध हैं।
पतंजलि आयुर्वेद और अन्य प्रमुख आयुर्वेदिक संस्थान विभिन्न पुनर्निर्माण चिकित्सा योजनाएं और दवाएं प्रदान करती हैं जो पुरुषों के यौन स्वास्थ्य को सुधारने में मदद कर सकती हैं।
अच्छे जीवनशैली, पौष्टिक आहार, योग और प्रदूषण से बचना भी बचाव प्रदान कर सकता है जो पुरुषों को यौन स्वास्थ्य को सुधारने में मदद करता है। समस्या के प्रारंभ होने पर शीघ्र चिकित्सा की जाना चाहिए ताकि व्यक्ति जल्दी ही इस समस्या से निजात पा सके। यदि किसी भी आयुर्वेदिक दवा से किसी प्रकार की समस्या या अधिक दिक्कतें आती हैं, तो तुरंत चिकित्सक से मिलना चाहिए। HealthyBazar आज ही भेजने के लिए आईएं!