शीघ्र स्खलन और पेनिस में तनाव यह दोनों स्वास्थ्य समस्याएं पुरुषों को काफी चिंता में डाल सकती हैं और उनके जीवन को प्रभावित कर सकती हैं। अधिकांश लोग इसे शर्म और गुस्से की भावना के साथ छुपाने की कोशिश करते हैं, लेकिन अगर सही तरीके से इसका इलाज किया जाये तो इससे बचा जा सकता है। आयुर्वेद में इस समस्या का समाधान ढूंढ़ने के लिए कई प्राकृतिक और औषधिक उपायों की प्रस्तुति है।
"शीघ्र स्खलन" (Premature Ejaculation)
एक पुरुष के यौन समस्याओं में से एक है जिसमें पुरुष अपने इच्छा के पहले या बहुत जल्दी यौन संबंध समाप्त कर देता है, इससे उस और उसके साथी को संतुष्टि मिलती है। यह एक सामान्य स्थिति है और कई पुरुषों को किसी न किसी समय अपने जीवन में होती है, लेकिन अगर यह नियमित रूप से होता है तो इसे शीघ्र स्खलन कहा जाता है।
शीघ्र स्खलन की वजह से यदि किसी पुरुष को यौन समस्या हो, तो इससे उन्हें असहज महसूस हो सकता है और इसे "premature ejaculation" भी कहते है। इस स्थिति में, यौन संबंध में समय की कमी के कारण या यौन क्रिया शुरू होने से पहले ही वीर्य प्रवृत्ति हो जाती है।
शीघ्र स्खलन का कारण विभिन्न हो सकता है, जैसे कि शारीरिक और मानसिक तनाव, यौन स्वास्थ्य में समस्याएं, और यौन गतिविधि को नियंत्रित करने की कमी। इस समस्या का सामाधान आयुर्वेद, आधुनिक चिकित्सा, और योग के माध्यम से किया जा सकता है, और चिकित्सक से सलाह लेना सुरक्षित और उपयुक्त है।
पेनिस में तनाव या इरेक्शन (Erectile Dysfunction)
पुरुषों के यौन स्वास्थ्य और सुख-भोग के संबंध में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। यह स्तंभन, जिसे " इरेक्टाइल डिसफंक्शन" कहा जाता है, पुरुषों के यौन संबंध में सही और सुखद अनुभव के लिए आवश्यक है। यहां कुछ कारण हैं जो पेनिस में तनाव को जरूरी बनाते हैं:
- यौन संबंध:
यौन संबंध के लिए पेनिस में तनाव अत्यंत महत्वपूर्ण है। इसके बिना, सही संबंध स्थापित करना मुश्किल हो सकता है और यौन सुख अनुभव करना संभावनाएं कम हो सकती हैं। - प्रजनन :
पेनिस में तनाव का होना भी प्रजनन के लिए महत्वपूर्ण है। इसके माध्यम से शुक्राणु पुरुषांग को गर्भाशय तक पहुंचाया जाता है, जो गर्भाधान के लिए आवश्यक हैं। - पुरुषों का स्वास्थ्य:
यौन स्वास्थ्य पर भी पेनिस में तनाव का प्रभाव होता है। सही यौन स्वास्थ्य न केवल यौन सुख को बढ़ावा देता है बल्कि शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य को भी सुनिश्चित करता है। - सामाजिक पहचान:
सामाजिक रूप से भी पेनिस में तनाव का महत्व है। यह एक पुरुष की सामाजिक पहचान और स्वास्थ्य के संकेत के रूप में कार्य करता है और सही स्वास्थ्य के साथ जीवन की गुणवत्ता को बढ़ावा देता है।
पेनिस में तनाव (इरेक्शन) का अभाव, जिसे इम्पोटेंसी या एरेक्टाइल डिसफंक्शन कहा जाता है, कई पुरुषों को परेशान कर सकता है और यह शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य समस्याओं का संकेत हो सकता है। यहां कुछ पेनिस में तनाव की कमी के लक्षण और कारण दिए जा रहे हैं:
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पेनिस में तनाव की कमी के लक्षण (Symptoms)
- पेनिस में तनाव होने मे कमी :
यदि पुरुष को पेनिस में तनाव की कमी है, तो वह संभोग के लिए तैयार नहीं हो सकता है। - संभोग से पहले या दौरान इरेक्शन की कमी:
यह एक और सामान्य लक्षण है, जिसमें यौन संबंध से पहले या इसके दौरान इरेक्शन की कमी हो सकती है। - यौन इच्छा में कमी:
यदि किसी को पेनिस में तनाव की कमी होती है, तो इससे यौन इच्छा में कमी हो सकती है। - नियमितता की कमी:
पुरुषों को इरेक्शन में नियमितता की कमी होने पर संबंधों में बाधाएं आ सकती हैं।
पेनिस में तनाव की कमी के कारण (Causes)
1. शारीरिक स्वास्थ्य समस्याएं:
- डायबीटीज: ब्लड में अधिक शर्करा स्तर के बढ़ जाने के कारण इरेक्शन की कमी हो सकती है।
- हृदय रोग: हृदय समस्याएं और उच्च रक्तचाप भी इरेक्शन को प्रभावित कर सकती हैं।
- हार्मोनल समस्याएं: विभिन्न हार्मोनल समस्याएं भी इरेक्शन को प्रभावित कर सकती हैं।
2. मानसिक स्वास्थ्य समस्याएं:
- तनाव और चिंता: मानसिक तनाव और चिंता इरेक्शन को प्रभावित कर सकती हैं।
- डिप्रेशन यौन स्वास्थ्य को प्रभावित करता है।
3. अधिक शराब और धूम्रपान
- अधिक मात्रा में शराब, और धूम्रपान भी इरेक्शन को प्रभावित कर सकते हैं।
4. वायरल इंफेक्शन या गुप्त रोग:
- कुछ वायरल इंफेक्शन और गुप्त रोग भी पेनिस में तनाव में कमी का कारण बन सकते हैं।
5. दवाओं का सेवन:
- कुछ एलोपैथिक दवाएं, विशेषकर दवाएं जो उच्च रक्तचाप, डायबीटीज, या अन्य समस्याओं का इलाज करने के लिए ली जाती हैं, इरेक्शन को प्रभावित कर सकती हैं।
6. अन्य तत्व:
- उम्र: उम्र बढ़ने के साथ, पुरुषों के यौन स्वास्थ्य में बदलाव हो सकता है।
- शरीरिक चोटें: किसी भी प्रकार की शरीरिक चोटें भी इरेक्शन को प्रभावित कर सकती हैं।
पेनिस में तनाव (Erectile Dysfunction) के लिए आयुर्वेदिक दवा
- अकरकरा (Akarkara): अकरकरा पुरुषों की यौन समस्याओं को दूर करने के लिए जानी जाती है, जिसमें पेनिस में तनाव को बढ़ाने में मदद करने के लिए कुछ गुण हो सकते हैं।
- गोक्षुरादि चूर्ण (Gokshuradi Churna): यह चूर्ण न केवल शीघ्र स्खलन को नियंत्रित करने में मदद करता है बल्कि पेनिस में तनाव को बढ़ाने में भी सहायक हो सकता है।
- शिलाजीत (Shilajit): शिलाजीत पुरुषों के यौन स्वास्थ्य को सुधारने में मदद करने के लिए जाना जाता है, जिससे पेनिस में तनाव में सुधार हो सकता है।
- कौंच बीज (Kaunch Beej): यह एक अन्य आयुर्वेदिक उपाय है जो पुरुषों को यौन समस्याओं से निपटने में मदद कर सकता है और पेनिस में तनाव को बढ़ा सकता है।
- अकरकरा (Akarkara): अकरकरा पुरुषों की यौन समस्याओं को दूर करने के लिए जानी जाती है, जिसमें पेनिस में तनाव को बढ़ाने में मदद करने के लिए कुछ गुण हो सकते हैं।
- कौंच बीज (Kaunch Beej): यह एक अन्य आयुर्वेदिक उपाय है जो पुरुषों को यौन समस्याओं से निपटने में मदद कर सकता है और पेनिस में तनाव को बढ़ा सकता है।
शीघ्र स्खलन के कारण
- मानसिक तनाव:
चिंता, अत्यधिक स्ट्रेस, और उदासी शीघ्र स्खलन के कारणों में से एक हो सकते हैं। - यौन अनुभव की कमी:
यदि किसी के पास अनुभव की कमी होती है और वह अपने यौन अनुभव को संभालने में सक्षम नहीं है, तो यह शीघ्र स्खलन का कारण बन सकता है। - हार्मोनल असंतुलन:
कई बार हार्मोनल असंतुलन भी इस समस्या का कारण बन सकता है, जिससे यौन संबंधों को नियंत्रित करना मुश्किल होता है। - शारीरिक समस्याएं:
कुछ शारीरिक समस्याएं जैसे कि शिथिलापेनिया या शर्मनाशक रोग भी शीघ्र स्खलन का कारण बन सकती हैं। - प्रतिरोधक्षमता की कमी:
किसी की कमजोर प्रतिरोधक्षमता (Low Immunity) भी इस समस्या का कारण बन सकती है, जिससे वायरस और इंफेक्शनेस हो सकते हैं और यौन संबंधों को संभालना मुश्किल हो सकता है।
शीघ्र स्खलन के लक्षण
- यौन संबंधों में समय की कमी:
- शीघ्र स्खलन का सीधा लक्षण है कि व्यक्ति यौन संबंधों को संबंधित समय से पहले समाप्त कर देता है।
- यौन इच्छा में कमी:
- शीघ्र स्खलन से प्रभावित व्यक्ति को यौन इच्छा में कमी हो सकती है और उसे यौन संबंधों का सही तरीके से आनंद नहीं आ सकता।
- यौन संबंधों में सुधार नहीं होना:
- शीघ्र स्खलन के कारण व्यक्ति यौन संबंधों में सुधार नहीं कर पाता है और समस्या बनी रहती है।
- मानसिक तनाव और चिंता:
- शीघ्र स्खलन के कारण मानसिक तनाव और चिंता भी हो सकती है, जो व्यक्ति को यौन स्वास्थ्य में असुरक्षित महसूस करा सकती है।
- आत्मसमर्थन की कमी:
- यह एक और लक्षण हो सकता है कि व्यक्ति अपने यौन संबंधों में आत्मसमर्थन की कमी महसूस करता है।
शीघ्र स्खलन (Premature Ejaculation) के लिए आयुर्वेदिक दवा
- अश्वगंधा (Ashwagandha): अश्वगंधा एक प्राकृतिक जड़ी-बूटी है जो ताकत और सहनशक्ति में सुधार करने के लिए जानी जाती है। यह शीघ्र स्खलन को नियंत्रित करने में मदद कर सकता है और शरीर को स्थिरता प्रदान कर सकता है।
- शतावरी (Shatavari): शतावरी एक पौष्टिक और शांतिदायक जड़ी-बूटी है जो पुरुषों को शीघ्र स्खलन से निपटने में मदद कर सकती है। यह यौन क्षमता को बढ़ा सकती है और स्वस्थ यौन जीवन को प्रोत्साहित कर सकती है।
- यौवनामृत वटी (Yauvanamrita Vati): यह एक प्रसिद्ध आयुर्वेदिक दवा है जो यौन समस्याओं जैसे शीघ्र स्खलन को दूर करने में मदद कर सकती है। इसमें कई जड़ी-बूटियों का मिश्रण होता है जो यौन स्वास्थ्य को सुधारने में मदद करता है।
- गोक्षुरादि चूर्ण (Gokshuradi Churna): यह चूर्ण शीघ्र स्खलन को नियंत्रित करने में मदद कर सकता है और पुरुषों को यौन स्वास्थ्य को बनाए रखने में सहायक हो सकता है।
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सावधानियां
- यह दवाएं समाज सेवा केंद्रों और आयुर्वेदिक चिकित्सकों के पास ही उपलब्ध होती हैं, और इनका सेवन बिना चिकित्सक की सलाह के नहीं करना चाहिए।
- सही खानपान और योगाभ्यास के साथ इन दवाओं का सेवन करना फायदेमंद हो सकता है।
- यदि किसी भी आयुर्वेदिक दवा से किसी प्रकार की समस्या या अधिक दिक्कतें आती हैं, तो तुरंत चिकित्सक से मिलना चाहिए। visit करें healthybazar today!