Published 27-09-2022
SEXUAL WEAKNESS, SEXUAL WELLNESS
भारत में मलेरिया और टी बी के बाद यौन संचारित रोगों को देश में तीसरा सबसे खतरनाक रोग माना जाता है। यौन संचारित रोग असुरक्षित यौन संपर्क द्वारा एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति को पारित होने वाली चिकित्सा स्थिति को संदर्भित(referenced) करता है। यौन संचारित रोग एक संक्रमण है जो यौन संपर्क से फैलता है, जो बैक्टीरिया, वायरस या परजीवी के कारण होता है। एसटीडी वाले किसी व्यक्ति के साथ असुरक्षित योनि(unprotected vagina), गुदा या मुख मैथुन करने से एसटीडी संक्रमण हो सकता है।
पुरुषों में यौन संचारित रोग के लक्षण
कुछ मामलों में, बिना किसी विशिष्ट लक्षण के एसटीडी विकसित करना संभव है। लेकिन आम तौर पर, एसटीडी कुछ स्पष्ट लक्षणों का कारण बनता है। पुरुषों के लिए, यौन संचारित रोग के लक्षण हैं:
- सेक्स या पेशाब के दौरान दर्द या बेचैनी
- लिंग से असामान्य स्राव या खून बहना
- लिंग, अंडकोष, गुदा, नितंब, जांघ या मुंह पर या उसके आसपास घाव या चकत्ते
- दर्दनाक या सूजे हुए अंडकोष
महिलाओं में यौन संचारित रोग के लक्षण
पुरुषों की तरह महिलाएं भी एसटीडी से संक्रमित हो सकती हैं। महिलाओं में एसटीडी के लक्षण हैं -
- सेक्स या पेशाब के दौरान दर्द या बेचैनी
- योनि से असामान्य स्राव या खून बहना
- योनि, गुदा, नितंब, जांघ या मुंह पर या उसके आसपास घाव या चकत्ते
- योनि में या उसके आसपास खुजली
विभिन्न प्रकार के संक्रमण हैं जो यौन संचारित हो सकते हैं। सबसे आम एसटीआई नीचे वर्णित हैं:
इन्फेक्शन बैक्टीरिया के कारण होता है। यह सबसे अधिक सूचित एसटीडी / गुप्त रोगो में से एक है। कई क्लैमाइडिया (chlamydia) रोगियों को ध्यान देने योग्य लक्षण महसूस नहीं होते हैं। लेकिन कुछ क्लैमाइडिया रोगी अनुभव कर सकते हैं-
- सेक्स या पेशाब के दौरान दर्द या बेचैनी
- लिंग या योनि से हरा या पीले रंग का डिस्चार्ज होना
- पेट के निचले हिस्से में दर्द
- यदि इस का इलाज नहीं किया गया तो इससे मूत्रमार्ग, प्रोस्टेट ग्रंथि (prostate gland) या अंडकोष, में सूजन की बीमारी या बांझपन का संक्रमण हो सकता है। यदि किसी गर्भवती महिला को क्लैमाइडिया इन्फेक्शन है और वह कोई उपचार नहीं ले रही है, तो वह बच्चे को भी यह गुप्त रोगे हो सकता है ।
एचआईवी एक बहुत ही सामान्य प्रकार का गुप्त रोग है, आपकी प्रतिरक्षा प्रणाली को नुकसान पहुंचा सकता है, और अन्य वायरस या बैक्टीरिया और कुछ कैंसर के खतरे को को बढ़ा सकता है। एचआईवी वाले रोगी को प्रभावी उपचार मिलना चाहिए क्योंकि इससे स्टेज 3 एचआईवी हो सकता है, जिसे एड्स के रूप में जाना जाता है। एचआईवी और फ्लू के लक्षण काफी समान हैं - जैसे बुखार, ठंड लगना, दर्द, , सूजी हुई लिम्फ नोड्स (lymph nodes) और गले में खराश, इसलिए अगर ये लक्षण ज़्यादा दिनों से दिख रहे हैं तो अपने डॉक्टर्स से तुरंत संपर्क करें l
नोट- एड्स एक साथ बैठ कर खाने से हाथ मिलाने या गले मिलने से नहीं होता है, ये कोई छुआ-छूत की बीमारी नहीं है , ये एड्स से संक्रमित इंसान के खून से आप के खून में मिल जाने से या सीमेन, सलाइवा से फैलने के कारण हो सकता है l
1- कुर्स सोजाक (Kurs Sojak)- इसमें इलैची खुर्द, बुरादा संदल सफेद , बंसलोचन , सत् बेहरोज़ा , कबाबचीनी , होता है, इसकी 2 गोलियां सुबह-शाम दूध के साथ और बिना चीनी के सेवन करें l
2- शरबत-ए-उन्नाब (Sharbat-e-Unnab)- 2 चम्मच दिन में दो बार - ये एन्टीबैक्टिरल और एंटी फंगल की तरह काम करता है l
3- इत्रिफल शाहतारा ( Itrifal-Shahtara Hamdard) 1 चम्मच दिन में दो बार पानी मे दिया जाये -ये बदन से टॉक्सिन्स (Toxins) को निकलता है l
यूनानी चिकित्सा के ज़रिये आज हमने गुप्त रोगो के बारे में जाना, महिलाओ और पुरुषो में क्या लक्षण, होते हैं और उनका इलाज क्या होता है आदी , के बारे में भी , इन बिमारियों को सही किया जा सकता हैं ,इसमें संकोच या शर्माने की बात नहीं है, अपने डॉक्टर से खुल के इस बारे में बात करिये इस ब्लॉग के ज़रिये हमने आसानी से और बिना साइड इफ़ेक्ट के यौन संचारित रोगो का इलाज बताया है l अपनी बीमारी का permanent या जड़ से इलाज के लिए हमारे Healthybazar के डॉक्टर्स से ऑनलाइन कंसल्टेशन लें l