Published 28-12-2022
PCOS/PCOD
आधुनिक दुनिया की लाइफस्टाइल को अपना कर हमने बहुत सी बिमारियों को दावत दी है जिनमे में पीसीओडी एक है l गतिहीन जीवन शैली (Sedentary lifestyle) जंक फूड खाना, भावनात्मक और व्यवहार संबंधी गड़बड़ी (Emotional and behavioural disturbance ), हार्मोनल डिस्टर्बेंस ने पीसीओडी जैसी बीमारियों को जन्म दिया है, इस ब्लॉग के ज़रिये हम पीसीओडी क्या (pcod kya hai) है, इसका यूनानी नजरिया क्या है, और कुछ हर्बल दवाएं और पकड़ का घरेलु इलाज बताएंगे और जी हां इसका यूनानी में पूरा इलाज है, अगर आप डॉक्टर के बताये हुए तरीक़ो पे चलेंगी डाइट और लाइफस्टाइल फॉलो करेंगी तो पीसीओडी जड़ से ख़तम हो जाएगा l
यूनानी चिकित्सा में पीसीओडी को एहतेबास तमस के नाम से जाना जाता जाता है। यूनानी चिकित्सा के मुताबिक़ इस का कारण शरीर में खिलते बलगम (Phlagmatic element in body increases) )का बढ़ जाना होता है, जिसके कारण अंडाशय में सिस्ट बन सकते हैं।
1. मासिक धर्म की समस्या: पीसीओडी में ओलिगोमेनोरिया एक कॉमन समस्या होती है यानि एक वर्ष में नौ माहवारी से कम होना या एमेनोरिया (3 या अधिक लगातार महीनों तक कोई मासिक धर्म नहीं होना)। हालांकि अन्य प्रकार की मासिक धर्म संबंधी समस्याएं भी हो सकती हैं।
2. बांझपन: यह आमतौर पर लगातार एनोव्यूलेशन (अंडाशय से अंडो का न निकलना ) के कारण होता है।
3. मेटाबोलिक विकार: यह इंसुलिन प्रतिरोध और उससे जुड़े दूसरे कारण जैसे वजन की समस्या, चेहरे पे बाल का आ जाना आदि शामिल हैं
1- दालचीनी में इन्सुलिन के स्तर को नार्मल करने और इंसुलिन प्रतिरोध को कम करने की क्षमता होती है। यूनानी चिकित्सा से यह भी पता चलता है की दालचीनी गर्भधारण की संभावना को बढ़ाता है। मिल्कशेक या दही के साथ 1/2 - 1-चम्मच दालचीनी पाउडर मिलाएं और रोज़ इसका सावन करें
2- मेथी (मेथी) के बीज या पत्तियों का सेवन सामान्य इंसुलिन के स्तर को बनाए रखने में मदद करेगा। मेथी शरीर में ग्लूकोज टॉलरेंस को बढ़ाती है, जिससे वजन घटाने में मदद मिलती है। इसको 1/2 चम्मच लंच और डिनर से पांच मिनट पहले। आप मेथी के पत्तों को पका कर भी खा सकते हैंl
3- तुलसी एण्ड्रोजन हॉर्मोन और इंसुलिन के स्तर को नियंत्रित कर सकती है, साथ ही साथ पीसीओडी के लक्षण को भी कम करता है यह एक बेहतरीन एंटीऑक्सीडेंट भी है। सुबह खाली पेट कम से कम 4-5 पत्ते चबाएं।
1- माजुन मुकावी रहम- इसमें असगंद होता है क्योंकि इसमें फाइटोहोर्मोन होते हैं जो हार्मोनल संतुलन बनाए रखते हुए मासिक धर्म को प्रेरित करते हैं। मात्रा- 1 चम्मच दिन में दो बार सादे पानी के साथ। (हमदर्द, रेक्स, शमा)।
2- Arq Makoh- एंटी-इंफ्लेमेटरी, एंटीऑक्सीडेंट, डिटॉक्सीफाइंग और मूत्रवर्धक गुण। खुराक- 1 कप अर्क माको को आधा कप गुनगुने पानी में विधिवत मिलाकर लें। (रेक्स, हमदर्द, शमा)।
पीसीओडी एक आम बीमारी है, जो आजकल हर तीसरी महिलाओं या लड़कियों में देखने को मिलता है, इसका कारण हमारी बदलती हुई जीवनशैली है, वेस्टर्न खानपान और सेडेंटरी लाइफस्टाइल, हार्मोनल इम्बैलेंस इसके मुख्या कारण माना जाता है, लकिन परेशानी की बात नहीं है इसको सही किया जा सकता है बदलता जा सकता है, बस आपको अपनी लाइफस्टाइल में बदलाव की ज़रुरत है, हर्बल दवाएं/ या ऊपर लिखी यूनानी दवाओं को डॉक्टर्स से सलाह ले कर खा सकते हैं l