Published On: Aug 22, 2022
Last Updated: Feb 5, 2025
कब्ज़ एक उलझन भरा और मानसिक तनाव देने वाला समस्या है, जिससे इंसान खुद को फ्रेश महसूस नहीं करता और किसी भी काम में दिलचस्पी नहीं ले पाता है। आधुनिक जीवनशैली जैसे जंक फूड का सेवन, धूम्रपान, शराब पीना और अधिक तेल मसाले वाली चीज़े खाने के कारण पेट में इन्फेक्शन भी हो सकता है। इस ब्लॉग में हम कब्ज़ को दूर करने के घरेलु नुस्खे और कुछ यूनानी/हर्बल दवाओं के बारे में बताएंगे, जिनका कोई साइड इफेक्ट नहीं होता और इलाज भी आसानी से हो जाता है।
कब्ज़ का कारण:
- आधुनिक जीवनशैली (Adhunik Jeevanshaily): जंक फूड, धूम्रपान, और शराब पीना।
- अनियमित खान-पान (Aniyamit Khan-Paan): अधिक तेल मसाले वाली चीज़ें खाना।
- पानी की कमी (Pani Ki Kami): पर्याप्त पानी नहीं पीना।
- शारीरिक सक्रियता की कमी (Sharirik Sakriyata Ki Kami): नियमित व्यायाम ना करना।
कब्ज़ के लक्षण (Kabj Ka Lakshan):
- मल त्याग में कठिनाई
- पेट फूला हुआ महसूस करना
- पेट में दर्द
- गैस की समस्या
कब्ज़ का घरेलू उपचार (Kabj Ka Gharelu Upchaar):
- इसबगोल (Isabgol): 2 चम्मच इसबगोल की भूसी को गुनगुने दूध या गुनगुने पानी के साथ रोजाना रात को सोते समय लेने से कब्ज से राहत मिलती है।
- हलैला/हड़ और बादाम (Halila/Hadd Aur Badaam): हलैला और बादाम के मिश्रण को शहद में मिलकर सेवन से काफी रहत मिलती है।
- सना, सोंठ, सौफ और सेंधा नमक (Sana, Saunth, Saunf, Aur Sendha Namak): इन सभी को बराबर मात्रा में लेकर अच्छी तरह से पीस लें और 1 चम्मच रात को सोते समय उपयोग करें।
- बेल का फल (Bael Ka Phal): यह कब्ज़ को दूर करने में मदद करता है।
- जीरा, हल्दी और धनिया (Jeera, Haldi Aur Dhania): ये मसाले आपके भोजन को पचाने में मदद करते हैं।
- पत्ता गोभी का रस (Patta Gobhi Ka Ras): एक गिलास ताजा पत्ता गोभी का रस कब्ज के इलाज में बहुत फायदेमंद होता है।
- सूखे अंगूर (Sukhe Angoor): रात में सोने से पहले दूध में थोड़े से सूखे अंगूर गर्म करके छानकर पीने से आराम मिल सकता है।
- कलौंजी के बीज (Kalunji Ke Beej): कलौंजी के बीज और गुनगुने दूध को मिलकर इससे साथ में लिया जा सकता है, लेकिन बिना चिकित्सक की राय के इसका सेवन न करें।
कब्ज़ को दूर करने की दवाइयाँ (Kabj Door Karne Ki Davaiyan):
- रोगन-बेड-अंजीर ( Rogan- bed- anjeer) : यह रेचक के रूप में कार्य करता है। इसका उपयोग कब्ज, गैस और बवासीर में होता है। इसे मलद्वार के पास लगाएं।
- इत्रिफल मुलैयिन (Itriphal mulaiyan): यह पुरानी कब्ज़ को ठीक करने के लिए एक प्रभावी दवा है, जिससे पाचन की प्रक्रिया में सुधार होता है। अपने चिकित्सक की राय से इसे सोने से पहले गुनगुने पानी या दूध के साथ लिया जा सकता है।
- हब्ब-ए- मुक़ील (Habbe Mukil) : यह पाइल्स, कब्ज और पेट की कमज़ोरी के इलाज में किया जाता है। भोजन के बाद पानी के साथ दिन में दो बार 1 गोली ले सकते हैं, इसे अपने चिकित्सक के मार्गदर्शन में लेने की सलाह दी जाती है।
निष्कर्ष (Nishkarsh):
आज के समय में हर दूसरा इंसान आप को कब्ज़ से परेशान मिल जाएगा जिसका सीधा सा कारण है हमारा खान-पान, हमने हरी पत्तेदार साग- सब्ज़ियों की जगह जंक फ़ूड को अहमियत दी जिससे हमरा पाचन (Digestion) बिगड़ गया और लोगो में कब्ज़ की शिकायत बढ़ गयी, यहाँ पे यूनानी चिकित्सको द्वारा बताये गए कुछ घरेलु नुस्खे और दवाइयाँ बताई गई है जो इसको जड़ से मिटने में मददगार साबित होंगी ।कब्ज़ (Constipated) रहना एक उलझन भरा और मानसिक तनाव् देता है, इंसान अंदर से खुद को फ्रेश (Fresh) महसूस नहीं करता, किसी काम को दिल लगा के नहीं कर पाता है, कब्ज़ होने का सब से बड़ा कारण है, हमारी आधुनिक जीवनशैली (modern lifestyle) जैसे जंक फूड (junk food) का सेवन, धूम्रपान, शराब पीना और अधिक तेल मसाले वाली चीज़े खाना इससे पेट में इन्फेक्शन भी हो सकता है और पेट में इन्फेक्शन की आयुर्वेदिक दवा' असरदार होता है। क़ब्ज़ की समस्या से प्रभावित जादातर लोग आसानी से मल त्याग नहीं कर पाते (unable to pass stool) और पेट फूला हुआ महसूस करते हैं। आज ही Heallthybazar.com पर डॉक्टर्स से बात करे।