मोरिंगा को हिंदी में "सहजन का पाउडर" या "मोरिंगा पाउडर" (मोरिंगा पाउडर) कहते हैं। ये पाउडर मोरिंगा पेड़ के पत्तों और फलियों से बनाया जाता है, जो कि मोरिंगा ओलीफेरा पेड़ का एक प्रकार है। मोरिंगा पाउडर औषधि गुणों से भरपूर होता है और इसे सामान्य स्वास्थ्य में सुधार करने के लिए, पोषण को बढ़ावा देने के लिए और विभिन्न स्वास्थ्य स्थितियों का इलाज करने के लिए इस्तमाल किया जाता है।
मोरिंगा जड़ी बूटी, जो मोरिंगा ओलीफेरा नामक पौधे से प्राप्त होती है, उसकी आकृति विज्ञान या रूप के विषय में महत्तवपूर्ण जानकारी आइए देखते है -
1. जड़ : मोरिंगा के जड़ मजबूत और गहरे होते हैं। ये पौधे को स्थायी बनाये रखती हैं |
2. ताना : मोरिंगा का तना जल्दी और तेजी से वृद्धि करने वाला होता है। ये परिपक़्व होने पर लचीला हो जाता है। ताना लंबा, पीला या हारा होता है |
3. पत्ते : मोरिंगा के पत्ते हल्के हरे रंग के होते हैं, लंबाई में 30-90 सेमी तक होते हैं। ये झुरियों में विभाजित होते हैं और एक दूसरे के साथ समतल रहते हैं। पत्ते हल्के भूरे या पिला रंग हो सकता है।
4. फूल : मोरिंगा के फूल सफेद से लेकर हल्का गुलाबी रंग के होते हैं। ये फूल मलमल जैसे मुलायम होते हैं और बहुत से स्टैमेन से भरे होते हैं।
5. फल : मोरिंगा का फल लंबा और पतला होता है, और हरा या हरा-गुलाबी रंग का होता है। इसमें छोटे-छोटे बिज होते हैं जो कि घने होने पर सुख जाते हैं।
6. बीज : मोरिंगा के बीज गोल और घने होते हैं। ये बिज घने होने पर काले रंग के हो जाते हैं।
7. फली : मोरिंगा के फल की फली लगभग 30-60 सेमी लंबे होती हैं और हरी या हरा-गुलाबी रंग की होती हैं। ये पॉड्स घने बिजों से भरी होती हैं।
1. पोषक तत्व (पोषक गुण): मोरिंगा जड़ी बूटी में कई पोषक तत्व होते हैं, जैसे कि विटामिन (ए, सी, ई, के), खनिज (आयरन, कैल्शियम, मैग्नीशियम), प्रोटीन, और अमीनो एसिड। ये पोषक तत्व शरीर के लिए महत्वपूर्ण होते हैं और पोषण प्रदान करते हैं।
2. एंटीऑक्सीडेंट गुण: मोरिंगा में शक्तिशाली एंटीऑक्सीडेंट गुण होते हैं, जैसे कि फ्लेवोनोइड्स, क्वेरसेटिन, और काएम्फेरोल। ये एंटीऑक्सीडेंट्स फ्री रेडिकल्स को ख़त्म करते हैं, जिसका ऑक्सीडेटिव तनाव कम होता है और शरीर की रक्षा में मदद मिलती है।
3. सूजनरोधी गुण: मोरिंगा जड़ी बूटी में एंटी इंफ्लेमेटरी तत्व होते हैं, जिनमें से कुछ विशेष रूप से सूजनरोधी होते हैं। ये शरीर के अंदर होने वाले जलन, सूजन, और अन्य इन्फेक्शन को दूर करने में मदद करते हैं।
4. इम्युनिटी-बढ़ाने वाले गुण: मोरिंगा के सेवन से प्रतिरक्षा प्रणाली को बढ़ावा मिलता है। इसके एंटीऑक्सीडेंट गुण शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाते हैं और व्यक्तित्व को बीमारियों से लड़ने की क्षमता प्रदान करते हैं।
5. ब्लड शुगर रेगुलेशन : मोरिंगा का सेवन करने से बढे हुए ब्लड शुगर को नियंत्रित किया जा सकता है। मोरिंगा में पाए जाने वाले यौगिक, जैसे कि आइसोथियोसाइनेट्स और फ्लेवोनोइड्स, इंसुलिन के प्रभाव को बढ़ाते हैं और रक्त शर्करा को शरीर में संतुलित रखते हैं।
6. हृदय स्वास्थ्य: मोरिंगा के सेवन से हृदय स्वास्थ्य को लाभ मिल सकता है। इसमें मोजूद पोषक तत्व और एंटीऑक्सीडेंट गुण दिल की बीमारियों को रोकने और कार्डियोवैस्कुलर सिस्टम को मजबूत करने में मदद करते हैं।
7. पाचन स्वास्थ्य: मोरिंगा के पत्ते और फली में पाए जाने वाले पोषक तत्व और सेरोटोनर्जिक तत्व पेट और पाचन तंत्र के लिए लाभदायक होते हैं। ये पेट के विकास को काम करने और प्रतिष्ठान तंत्र को शांत करने में मदद करते हैं।
यहां कुछ मुख्य फायदे हैं जो मोरिंगा पाउडर का सेवन करने से बी12 की कमी में लाभदायक हो सकता है:
1. पोषक तत्व : मोरिंगा पाउडर में विटामिन, खनिज, और अमीनो एसिड होते हैं जो शरीर के लिए महत्व पूर्ण होते हैं। इसमें पाया जाने वाला प्रोटीन, आयरन, कैल्शियम, मैग्नीशियम और विटामिन सी, बी12 की कमी से होने वाले नुकसान को काम करने में मदद मिलती है।
2. ऊर्जा स्तर बढ़ाएँ: मोरिंगा पाउडर के सेवन से शरीर को अधिक ऊर्जा मिलती है। ये शरीर के मेटाबॉलिज्म को बूस्ट करता है और व्यक्ति को ताकत को बढ़ाता है, जो बी12 की कमी में आम होता है।
3. इम्यून सिस्टम को मजबूत करे: मोरिंगा पाउडर में एंटीऑक्सीडेंट और पोषक तत्व शरीर के इम्यून सिस्टम को मजबूत बनाते हैं।इस से शरीर बीमारियों से लड़ने की क्षमता को बढ़ाता है, जो B12 की कमी के समय औसत होता है।
4. मूड को सुधारें: मोरिंगा पाउडर के सेवन से मूड को बेहतर बनाया जा सकता है। इसमें सेरोटोनिन और डोपामाइन जैसे न्यूरोट्रांसमीटर मूड को स्थिर प्रदान करते हैं, जो बी12 की कमी में ध्यान रखा जाता है।
1. ऊर्जा उत्पादन: बी12 की कमी के समय, शरीर में ऊर्जा उत्पादन में समस्या हो सकती है। मोरिंगा पाउडर के सेवन से शरीर को अधिक पोषक तत्व मिलते हैं, जो मेटाबॉलिज्म को बूस्ट करते हैं और ऊर्जा उत्पादन में मदद करते हैं।
2. रक्त कोशिका उत्पादन: बी12 की कमी, रक्त कोशिकाओं की उत्पति में समस्या हो सकती है। मोरिंगा पाउडर के पोषक तत्व रक्त सेलोन की उत्पत्ति को बढ़ाने में मदद करते हैं, जिससे एनीमिया जैसी समस्याओं से बचाव हो सकता है।
3. न्यूरोलॉजिकल : बी12 की कमी के कारण न्यूरोलॉजिकल समस्याएं भी हो सकती हैं। मोरिंगा पाउडर के सेवन से शरीर को पोषक तत्व और एंटीऑक्सीडेंट मिलते हैं जो न्यूरोलॉजिकल कार्यप्रणाली को बेहतर बनाते हैं और शरीर के दर्द और असहजता को काम करते हैं।
मोरिंगा पाउडर विटामिन बी12 की कमी में पोषक तत्त्वों और एंटीऑक्सीडेंट्स की मात्रा को शरीर में बढ़ा देता है। ये शरीर को पोषण प्रदान करते हैं और इम्यून सिस्टम को मजबूत बनाते हैं। इससे एनर्जी लेवल बढ़ता है, मूड सुधरता है, और शरीर को स्वस्थ रखा जाता है। ध्यान रखे किसी भी स्वास्थ्य समस्या के उपचार के लिए कोई भी दवाई लेने से पहले , डॉक्टर से परामर्श लेना आवश्यक है। एक आयुर्वेदिक चिकित्सक से सलाह लेना बेहतर होगा, healthyBazar पर जाएं।। वे सही परामर्श प्रदान करेंगे जो आपके स्वास्थ्य को बेहतर बनाने में मदद कर आपकी स्थिति को सही कर सकता है।
Dr. Shivani Nautiyal is a renowned Ayurvedic physician, Panchakarma therapies specialist, and detox expert who has made significant contributions to the field of natural holistic healing and wellness. With her profound knowledge, expertise, and compassionate approach, she has transformed the lives of countless individuals seeking holistic health solutions. She is a Panchakarma expert, which are ancient detoxification and rejuvenation techniques. She believes in the power of Ayurveda to restore balance and harmony to the body, mind, and spirit.