पुरुषों में "नपुंसकता" एक स्थिति है जहां पर व्यक्ति को लिंग के सक्रिय होने में समस्या होती है, और वो स्त्रियों के साथ यौन संबंध बनाने में असमार्थ होते हैं। नपुंसकता किसी भी व्यक्ति की यौन आवश्यकताओं को पूरी नहीं कर पाने को कहते हैं। इसका मुख्य कारण लिंग में उत्तेजना का सामान्य स्थिति में ना होना होती है या उत्तेजना बनाए रखने में समस्या होती है। नापुंसक्ता के कारण अलग-अलग हो सकते हैं, जैसे शारीरिक समस्याएँ (जैसी कि मधुमेह, उच्च रक्तचाप, या दिल के रोग), मानसिक तनाव, या अन्य यौं सम्बन्धी समस्याएँ। नपुंसकता की समस्या एक व्यक्ति के जीवन में मानसिक और शारीरिक रूप से प्रभावित कर सकती है, इसलिए इस समस्या को सामान्य रूप से नहीं लिया जाना चाइये, और इसका उपचार करवाना चाइये |
आयुर्वेद के अनुसर, नपुंसक्ता को "क्लैब्य" के नाम से जाना जाता है। क्लैब्य एक व्यक्ति की यौन शक्ति में कमी या लिंग के सक्रिया होने में समस्या होती है। क्लैब्य के कारण विविध हो सकते हैं, जैसे शारीरिक रोग, मानसिक तनाव, या आयुर्वेदिक दृष्टि से दोष विकृति। शरीरिक रोग, जैसे की डायबिटीज़, उच्च रक्तचाप, या दिल के रोग, नपुंसकता का एक कारण हो सकता है। मानसिक तनाव और व्यावसायिक समस्याएँ भी नपुंसकता के कारण हो सकती हैं।
आयुर्वेद के अनुसर, क्लेब्य को व्यक्ति की दोष प्रकृति, शारीरिक स्थिति, और तनाव के आधार पर देखा जाता है, और उपचार उसके आधार पर किया जाता है। आयुर्वेद में उपचार के लिए वाजीकरण चिकित्सा का भी इस्तेमाल होता है, जिसमें वाजीकरण औषधियों का सेवन और व्यायाम शामिल होता है।
पुरषो और महिलाओ में आयुर्वेद के अनुसार नपुंसकता के कारण
आयुर्वेद के अनुसर, पुरुषों और महिलाओं में नपुंसकता (नपुंसकता) के कारण होते हैं, और ये कारण व्यक्ति के दोष प्रकृति, व्यवहारिक जीवन और शारीरिक स्थिति पर निर्भर करते हैं। यहाँ कुछ महत्वपूर्ण कारण हैं:
पुरषों में नपुंसकता के कारण :
- धातु दोष - आयुर्वेद में धातु (शुक्र धातु ) का महत्व महत्वपूर्ण माना जाता है। धातु दोष का विकार दोष का एक कारण हो सकता है।
- वात दोष विकृति - वात दोष की विकृति पुरूषों में यौन संबंधि समास्याये उत्पन्न कर सकती है, जैसे कि उत्तेजना की कामी, शिघ्रपतन, या नपुंसक्ता।
- कफ दोष विकृति - कफ दोष की विकृति भी पुरषों में नपुंसकता का कारण हो सकती है।
- शरीरिक समस्याएँ - शरीरिक समस्याएँ, जैसे कि मधुमेह, उच्च रक्तचाप, दिल के रोग, या नासो के संकुचन, नपुंसकता का कारण हो सकती हैं।
- मानसिक तनाव - तनाव, चिंता, और मानसिक दबाव पुरूषों में यौन संबंधि समास्याएं उत्पन्न कर सकती हैं।
महिलाओं में नपुंसकता के कारण :
- हार्मोनल विकृति -हार्मोनल विकृति, जैसे कि एण्ड्रोजन की अधिकता (पुरुष हार्मोन) महिलाओं में नपुंसकता का कारण हो सकती है।
- शरीरिक समस्याएँ - शरीरिक समस्याएँ, जैसे कि मधुमेह या रक्तछाप, भी महिलाओं में नपुंसकता के कारण हो सकती हैं।
- योनि की समस्याएँ - योनि की समस्याएँ जैसे योनि का रास्ता छोटा होना, योनि में इन्फेक्शन होना आदि महिलाओं में नपुंसकता का कारण हो सकती हैं।
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नपुंसकता के अन्य कारण :
- मधुमेह - मधुमेह के कारण शरीर में रक्त ग्लूकोज की मात्रा अधिक होती है, जिस लिंग के सक्रिय होने में समस्या हो सकती है।
- हृदय रोग - दिल से संबंधित समस्याएं, जैसे की उच्च रक्तचाप, हृदय रोग, और ब्लॉकेज, लिंग के उत्तेजना में कमी का कारण हो सकती हैं।
- हार्मोनल विकृति - हार्मोनल विकृति या एंडोक्राइन समस्या में भी नपुंसकता का कारण हो सकता है, जैसे कि टेस्टोस्टेरोन की कमी।
- नासो और तांत्रिक समस्याएँ - लिंग के नासो और तांत्रिक समस्याएँ भी नपुंसकता का कारण हो सकती हैं।
- चिंता - चिंता और डर भी महिला और पुरुष दोनों में उत्तेजना को प्रभावित कर सकते हैं।
- दोषिक कारण - आयुर्वेद के अनुसार वात, पित्त, और कफ की विकृति भी नपुंसकता का कारण हो सकती है।
- व्यावसायिक समस्या - व्यवसायिक जीवन में समस्यांए यौन ं संबंधी समस्या और नपुंसक्ता का कारण हो सकता है।
नपुंसकता (नपुंसकता) को ठीक करने के लिए पुरुषों और महिलाओं के लिए कुछ अमूल्य सुझाव हैं। यहां कुछ सामान्य सुझाव हैं, लेकिन हर व्यक्ति का शारीरिक और मानसिक स्वभाव अलग होता है, इसलिए व्यक्तित्व परामर्श के लिए एक आयुर्वेदिक चिकित्सक से मिलें |
महिलाओ और पुरषों में नपुंसकता को ठीक करने के कुछ उपाय
पुरषों में किये जाने वाले उपाय :
- वाजीकरण चिकित्सा: वाजीकरण चिकित्सा व्यक्ति को शक्तिशाली बनाने और नपुंसकता को दूर करने में मदद करती है। शिलाजीत, अश्वगंधा, कपिकच्छु, और अन्य वाजीकरण जड़ी बूटियों का सेवन किया जा सकता है।
- आहार और विहार: पौष्टिक आहार का सेवन करें, जिसमें फल, सब्जी, दाल, अनाज, और सूखे मेवे शामिल हैं। व्यायाम और प्राणायाम भी नपुंसक बनाने में सहायक हो सकते हैं।
- पंचकर्म चिकित्सा: पंचकर्म चिकित्सा, जैसे कि बस्ती (एनीमा), विरेचन (विरेचन), और नस्य (नाक चिकित्सा), शरीर को विषहरण करने और दोष संतुलन करने में मदद मिलेगी।
- मानसिक स्वास्थ्य: तनव और चिंता नपुंसकता को बढ़ा सकती है। योग, ध्यान और मंत्रचिकित्सा से मानसिक स्वास्थ्य को सुधारने में मदद मिलेगी।
महिलाओं में किये जाने वाले उपाय :
- स्त्री रसायन चिकित्सा: स्त्री रसायन चिकित्सा महिलाओं के लिए स्वास्थ्य को सुधारने में मदद करती है। शतावरी, अशोक, और लोधरा का सेवन किया जा सकता है।
- वाजीकरण चिकित्सा: महिलाओं के लिए भी वाजीकरण चिकित्सा की जा सकती है। इस्मे शतावरी, कपिकच्चु, अश्वगंधा, अलोएवेरा और अन्य वाजीकरण जड़ी बूटियों का उपाय होता है।
- स्त्रीयों में विरेचन: विरेचन चिकित्सा महिलाओं में भी की जा सकती है, जो पित्त दोष को शांत करता है और शरीर को डिटॉक्सिफाई करता है।
- मानसिक स्वास्थ्य: तनव, चिंता, या अवसाद भी महिलाओ में यौन संबन्धि समास्याएं उत्पन कर सकती हैं। योग, प्राणायाम और ध्यान से मानसिक स्वास्थ्य को सुधारने में मदद मिलेगी।
नपुंसकता के लिए पुरुष और महिलाओ में प्रयोग होने वाली हर्ब्स और उनके फायदे
पुरषो में प्रयोग की जाने वाली हर्ब्स :
- अश्वगंधा (विथानिया सोम्नीफेरा): अश्वगंधा वाजीकरण जड़ी बूटी है, जो नपुंसकटा को दूर करने में मदद करता है। ये तनाव कम करने और हार्मोनल संतुलन को सुधारने में भी सहायक हो सकता है।
- शिलाजीत: शिलाजीत, पुरुषों के शरीर को मजबूत बनाने और नपुंसकता को दूर करने में सक्षम बनाता है। और पौरूष शक्ति बढ़ाने में मदद करता है।
- कपिकाच्चु (मुकुना प्रुरिएन्स): कपिकाचू, लेवोडोपा और डोपामाइन के प्राकृतिक स्रोत के रूप में, नपुंसकता और शीघ्रपतन के उपचार में इसका इस्तेमाल होता है।
- गोक्षुरा (ट्राइबुलस टेरेस्ट्रिस): गोक्षुरा पुरुषों के यूं स्वास्थ्य में सुधार करने में मदद करता है। ये टेस्टोस्टेरोन के स्तर को भी बढ़ा सकता है।
- सफेद मूसली (क्लोरोफाइटम बोरिविलियनम): सफेद मूसली वाजीकरण टॉनिक के रूप में इस्तमाल होती है और पुरुषों में यौन शक्ति को बढ़ाने में सहायक हो सकती है।
महिलाओं में प्रयोग की जाने वाली हर्ब्स :
- शतावरी (एस्पेरेगस रेसिमोसस): शतावरी महिलाओ के नपुंसकता में और यौन स्वास्थ्य में सुधार करने में मदद करता है। ये हार्मोनल संतुलन को भी संभालता है।
- लोध्र (सिम्प्लोकोस रेसमोसा): लोध्र महिलाओ के प्रजनन तंत्र को सुधारने और नपुंसकता को दूर करने में मदद करती है।
- अशोक (सारका असोका): अशोक महिलाओं के प्रजनन स्वास्थ्य को सुधारने में मदद करता है और यहां संबंध समस्याओं को दूर करता है।
- गुडूची (टीनोस्पोरा कॉर्डिफोलिया): गुडूची महिलाओ के इम्यून सिस्टम को सुधारने में सहायक होती है, जिसे नपुंसकता से जोड़ा जा सकता है।
- कुमारी (एलोवेरा): कुमारी का सेवन महिलाओं की प्रजनन प्रणाल, और योनि को ठीक करने में मदद करता है और महिलाओं की शक्ति को बढ़ाने में सहायक हो सकता है।
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निष्कर्ष
नपुंसकता के उपचार में आयुर्वेद के उपचार को ध्यान में रखते हुए, वाजीकरण जड़ी बूटियों का सेवन, स्वस्थ आहार और विहार, पंचकर्म चिकित्सा, और मानसिक स्वास्थ्य की देखभाल करना महत्वपूर्ण है। व्यक्तित्व को अपना दोष प्रकृति के अनुरूप आहार और जीवनशैली का पालन करना चाहिए।पुरुषों में वाजीकरण चिकित्सा, जैसे की बस्ती और नस्य नपुंसकता को दूर करने में मदद करते हैं। महिलाओ में स्त्री रसायन चिकित्सा, विरेचन, और शतावरी का सेवन फ़ायदेमंद हो सकता है। तनव और चिंता को योग, प्राणायाम और ध्यान का अभ्यास भी करना जरूरी है। किसी भी उपचार से पहले, व्यक्तिगत परामर्श के लिए एक आयुर्वेदिक चिकित्सक से मिलें।आप आज ही healthybazar पर आए और अपने हेल्थ से सम्बंधित सभी दिक्कतों के लिए घर बैठे डॉक्टर से संपर्क करे तथा घर बैठे ही अपनी दवाइयाँ भी ऑर्डर कर सकते हैं ।