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Published 12-07-2024

PCOS के लिए आयुर्वेदिक घरेलू उपचार

PCOS/PCOD

PCOS के लिए आयुर्वेदिक घरेलू उपचार

Sonal Rani

Sonal Rani has 3 years of experience in research and content writing. A health enthusiast, she has a keen interest in writing health-related articles. Leveraging her knowledge and expertise, Sonal has created numerous informative and valuable articles that guide readers towards better health and wellness.

पॉलीसिस्टिक ओवरी सिंड्रोम (PCOS) महिलाओं में एक सामान्य स्वास्थ्य समस्या है, जो हार्मोनल असंतुलन के कारण होती है। आयुर्वेद में PCOS के उपचार के लिए कई घरेलू उपाय उपलब्ध हैं। ये उपाय न केवल हार्मोनल संतुलन बनाए रखने में मदद करते हैं, बल्कि जीवन शैली में सुधार करके समस्या को जड़ से समाप्त करने में भी सहायता करते हैं। आइए जानते हैं PCOS के लिए कुछ प्रमुख आयुर्वेदिक घरेलू उपचार:

1. त्रिफला

त्रिफला आयुर्वेदिक चिकित्सा में एक प्रसिद्ध हर्बल फॉर्मूला है, जो तीन फलों (आंवला, बहेड़ा, और हरड़) से मिलकर बना होता है। यह पाचन तंत्र को सुधारता है, शरीर से विषाक्त पदार्थों को बाहर निकालता है, और हार्मोनल संतुलन बनाए रखता है।

उपयोग: रात में सोने से पहले एक गिलास गुनगुने पानी के साथ एक चम्मच त्रिफला पाउडर लें।

2. दालचीनी

दालचीनी शरीर के इंसुलिन स्तर को नियंत्रित करने में मदद करती है और मासिक धर्म चक्र को नियमित करने में सहायक होती है।

उपयोग: एक गिलास गुनगुने पानी में आधा चम्मच दालचीनी पाउडर मिलाकर रोज सुबह खाली पेट पीएं।

3. मेथी के बीज

मेथी के बीज PCOS के लक्षणों को कम करने में प्रभावी होते हैं। ये इंसुलिन संवेदनशीलता को बढ़ाते हैं और हार्मोनल असंतुलन को सुधारते हैं।

उपयोग: रात को एक गिलास पानी में एक चम्मच मेथी के बीज भिगो दें और सुबह खाली पेट इन बीजों को चबाकर खाएं। यह प्रक्रिया दिन में दो बार दोहराएं।

4. शतावरी

शतावरी महिलाओं के स्वास्थ्य के लिए बहुत लाभकारी होती है। यह हार्मोनल संतुलन बनाए रखती है और प्रजनन तंत्र को मजबूत करती है।

उपयोग: शतावरी चूर्ण का एक चम्मच गुनगुने दूध में मिलाकर दिन में दो बार सेवन करें।

5. एलोवेरा जूस

एलोवेरा जूस हार्मोनल असंतुलन को दूर करने और मासिक धर्म को नियमित करने में सहायक होता है।

उपयोग: रोज सुबह खाली पेट एक कप एलोवेरा जूस पीएं।

6. हल्दी

हल्दी में एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं, जो सूजन को कम करते हैं और हार्मोनल संतुलन को बनाए रखते हैं।

उपयोग: रात को सोने से पहले एक गिलास गुनगुने दूध में आधा चम्मच हल्दी मिलाकर पीएं।

7. नीम

नीम शरीर को विषाक्त पदार्थों से मुक्त करता है और हार्मोनल संतुलन बनाए रखता है।

उपयोग: रोज सुबह खाली पेट नीम के पत्तों का रस पीएं।

जीवन शैली में सुधार:

आयुर्वेदिक उपचार के साथ-साथ, कुछ जीवन शैली सुधार भी PCOS के प्रबंधन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं:

  1. नियमित व्यायाम: नियमित योग और प्राणायाम करने से हार्मोनल संतुलन में सुधार होता है और वजन नियंत्रित रहता है।
  2. स्वस्थ आहार: अपने आहार में ताजे फल, सब्जियां, साबुत अनाज, और प्रोटीन युक्त खाद्य पदार्थ शामिल करें।
  3. तनाव प्रबंधन: ध्यान, योग, और अन्य तनाव प्रबंधन तकनीकों का उपयोग करें।
  4. पर्याप्त नींद: रात में 7-8 घंटे की पर्याप्त नींद लें।

निष्कर्ष:

PCOS का उपचार आयुर्वेदिक घरेलू उपायों और जीवन शैली सुधार के माध्यम से संभव है। इन उपायों का नियमित पालन करने से हार्मोनल संतुलन में सुधार होता है और PCOS के लक्षणों में राहत मिलती है। हमेशा याद रखें, किसी भी आयुर्वेदिक उपचार को अपनाने से पहले अपने डॉक्टर या आयुर्वेदिक विशेषज्ञ से परामर्श अवश्य करें।

Last Updated: Aug 1, 2024

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