हमारे शरीर के कुछ अंग बहुत संवेदनशील और नाजुक होते हैं जैसे आंखें, नाक, कान या घुटने के नीचे पैर की हड्डी। इनमें जरा सी भी चोट लग जाए तो बहुत दर्द होता है यह चोट कभी-कभी गंभीर बीमारी का रूप ले लेती है, जैसे Gupt rog ka ilaj और भी कई गंभीर बिमारियों का रूप ले सकती है l
आदमी में एक और ऐसी जगह होती है, जहां जरा सी चोट लग जाए, बहुत दर्द हो जाए, कभी-कभी तो आदमी बेहोश भी हो जाता है। अगर जोर से मारा जाए तो व्यक्ति तुरंत मर सकता है। यह अंग मनुष्य का सबसे कमजोर किन्तु आवश्यक अंग है। जी हां आप सही समझ रहे हैं हम बात कर रहे हैं अंडकोष की। आज हम बात करेंगे कि वृषण/अंडकोष दर्द को कम करने के घरेलू उपाय कैसे करें।
1- 2 चम्मच रेहान (तुलसी) के बीज को पानी में पीसकर थोड़ा गर्म करके अंडकोष पर लेप करने से अंडकोष की सूजन कम हो जाती है।
2- दर्द और सूजन को कम करने के लिए 2-2 चम्मच जीरा और अजवायन को पानी में पीसकर अंडकोष पर लेप करने से अंडकोष की सूजन कम हो जाती है।
3- आधा कप सिरके में 1 चम्मच पिसा हुआ नौसादर मिलाकर रुई में भिगोकर दिन में 3-4 बार अंडकोष पर लगाने से सूजन समाप्त हो जाती है।
4- तंबाकू के ताजे पत्ते को हल्का गर्म करके अंडकोष पर बांध दें और ऊपर से लंगोट पहन लें, ताकि पत्ता अपनी जगह पर चिपक जाए। कुछ देर बाद जब लंगोट भीग जाए तो लंगोट बदल कर दूसरी लंगोट पहन लें। इसे सुबह सोने से पहले कुछ दिनों तक इस्तेमाल करें और उठने पर पत्ते को खोलें, इससे आराम मिलता है।
5- फिटकरी के चूर्ण को सुबह शाम पानी के साथ लगाने से अंडकोष के सूजे हुए और बढ़े हुए हिस्से सही आकार में आने लगते हैं. फिटकरी को पानी में पीसकर अंडकोष पर लेप करने से वृषण दर्द में लाभ होता है।
6- दालचीनी में जलन को कम करने में इस्तेमाल होता है और इसमें एंटीऑक्सीडेंटस गुण पाए गए हैं। इसके सेवन से अंडकोष में सूजन, दर्द जैसी समस्याओं से राहत मिलती है। दालचीनी आपकी सेहत के लिए बहुत फायदेमंद होती है। आधा चम्मच दालचीनी पाउडर को एक गिलास पानी में मिलाकर दिन में दो बार सुबह-शाम पीने से अंडकोष की सूजन और दर्द में आराम मिलता है।
7- अरंडी के पत्तों पर तिल का तेल लगाकर थोड़ा गर्म कर लें. ध्यान रहे कि जहां तेल लगाया है, वहीं ऊपर से लंगोट बांध लें। यह एक यूनानी का मशहूर नुस्खा है इससे आपको वृषण की सूजन और दर्द में अवश्य ही फ़ायदा मिलेगा।
इस लेख में हमने आपको टेस्टिकल्स में दर्द को दूर करने के उपाय के बारे में विस्तार से जानकारी दी। यहां हमने अंडकोष से संबंधित रोग, Gupt rog ka ilaj / या गुप्त रोग का इलाज का कारण और लक्षण और घरेलू उपचार के बारे में भी बताया। इसमें डरने या शर्माने की ज़रुरत नहीं है, इसे अपने दोस्तों और रिश्तेदारों के साथ शेयर करें। ताकि सभी इसका लाभ उठा सकें।
A graduate from Hamdard University, Dr Asfiya is dedicated to providing natural treatments and comfort to every patient through her extensive knowledge and experience. In addition to medical practice, she has a passion for playing volleyball and chess.