मौसम के अनुसार खांसी से बचाव: खानपान और जीवनशैली में बदलाव
COUGH AND COLD
Dr. Shivani Nautiyal
Dr. Shivani Nautiyal is a renowned Ayurvedic physician, Panchakarma therapies specialist, and detox expert who has made significant contributions to the field of natural holistic healing and wellness. With her profound knowledge, expertise, and compassionate approach, she has transformed the lives of countless individuals seeking holistic health solutions. She is a Panchakarma expert, which are ancient detoxification and rejuvenation techniques. She believes in the power of Ayurveda to restore balance and harmony to the body, mind, and spirit.
बच्चों में खांसी होना एक आम समस्या है। अक्सर देखा जाता है कि जब बच्चों को खांसी होती है तो माता-पिता घबरा जाते हैं और तुरंत डॉक्टर से संपर्क करते हैं। लेकिन घबराने की जरूरत नहीं है, क्योंकि खांसी कोई बीमारी नहीं है, बल्कि यह शरीर में किसी अन्य समस्या का संकेत होती है। क्या आप जानते हैं कि आप आयुर्वेदिक तरीकों से भी बच्चों की खांसी का इलाज कर सकते हैं? बच्चों की खांसी के लिए कई घरेलू उपाय उपलब्ध हैं जिनकी मदद से आप बच्चों की खांसी का प्रभावी इलाज कर सकते हैं।
बच्चों में ऐलोपैथिक दवाओं का अधिक सेवन करने से उनके शरीर पर बुरा असर पड़ सकता है। इसलिए आयुर्वेदिक तरीकों का प्रयोग करना बेहतर होता है। आइए जानते हैं कि बच्चों की खांसी के लिए घरेलू उपाय और कफ निकालने के उपाय कौन-कौन से हैं। इसके अलावा, यह भी जानें कि बच्चों की खांसी के इलाज के लिए कौन-कौन सी दवाओं का इस्तेमाल किया जा सकता है। बच्चों को सर्दी-जुकाम और खांसी अक्सर हो जाती है। खांसी, शरीर द्वारा रोगों के बारे में चेतावनी देने की एक प्रतिक्रिया है। जब शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता कम हो जाती है या वायरल इन्फेक्शन के कारण श्वास नलिका में सूजन आ जाती है, तो इससे बच्चों को खांसी होने लगती है।
बच्चों में खांसी के लक्षण (Symptoms of Children’s Cough)
सर्दी-जुकाम के कारण खांसी और बलगम हो सकता है, जिससे बच्चे को रात में अधिक परेशानी होती है।
अस्थमा के कारण होने वाली खांसी में बच्चे को घरघराहट और सांस लेने में कठिनाई हो सकती है।
यदि बच्चे को खराश वाली खांसी हो रही है, तो यह क्रूप खांसी का लक्षण हो सकता है।
कई बार खांसते-खांसते बच्चे को ऑक्सीजन की कमी महसूस होने लगती है।
यदि खांसी के साथ सांस लेने में भी परेशानी हो रही है, तो यह ब्रोंकोलाइटिस (Bronchiolitis) का लक्षण हो सकता है।
अगर बच्चे की खांसी दो से तीन हफ्तों से अधिक समय तक बनी रहती है, तो यह स्थिति गंभीर हो सकती है।ये भी पढ़े: सूखी खांसी के लिए सबसे अच्छा सिरप
बच्चों में खांसी के कारण (Causes of Cough in Kids)
बच्चों का शरीर वयस्कों की तरह शारीरिक तापमान को आसानी से नियंत्रित नहीं कर पाता है। ठंड के दिनों में उनका शरीर गर्म नहीं रह पाता और गर्म दिनों में ठंडा नहीं रह पाता, जिससे उन्हें खांसी हो जाती है।
बच्चों की रोग प्रतिरोधक क्षमता पूरी तरह से विकसित नहीं होती है। इस कारण उनके शरीर में संक्रमण से लड़ने की क्षमता कम होती है, जिससे खांसी होने की संभावना बढ़ जाती है।
यदि आपके शिशु को सर्दी-जुकाम के कारण खांसी हो रही है, तो उसे बंद नाक, बहती नाक, गले में खराश, आँखों में पानी और बुखार जैसे लक्षण भी हो सकते हैं। जुकाम की वजह से बनने वाले अतिरिक्त श्लेष्म को निकालने के लिए शिशु खांसता है।
फ्लू के लक्षण सर्दी-जुकाम के समान होते हैं। यदि आपके शिशु को फ्लू है, तो उसे बुखार, नाक बहने, दस्त (डायरिया) या उल्टी जैसी समस्याएं हो सकती हैं। फ्लू के कारण होने वाली खांसी, जुकाम वाली खांसी से भिन्न होती है। यह सूखी खांसी होती है, जिसमें बहुत कम बलगम निकलता है।
शिशु को दमा के कारण भी खांसी हो सकती है। अस्थमा से ग्रस्त शिशु की सांसें लेते और छोड़ते समय फूलने लगती हैं। उनकी छाती कस जाती है और सांस लेने में कठिनाई होती है।
कई बार हवा में फैले धुएं, केमिकल्स या पेंट के प्रदूषण से छोटे बच्चों के गले में परेशानी हो सकती है, जिससे खांसी शुरू हो जाती है।
बच्चों की खाँसी के लिए आयुर्वेदिक घरेलू उपाय (Home Remedies for Cough in Kids)
1. शहद और नींबू
शहद बच्चों की सर्दी का एक प्रभावी घरेलू इलाज है, जिसमें कई गुण होते हैं। 1 चम्मच नींबू के रस में 2 से 3 चम्मच शहद मिलाएं और हर 2 घंटे में बच्चे को यह मिश्रण पिलाएं। यह खांसी के लिए एक बेहतरीन दवा है। इसके साथ ही, एक गिलास या एक कप गर्म दूध में 1 से 2 चम्मच शहद मिलाकर भी बच्चे को दिया जा सकता है। दोनों ही उपाय सर्दी और खांसी में अत्यंत लाभकारी होते हैं। यह छोटे-से प्रयोग सर्दी और खांसी दोनों में राहत प्रदान करते हैं।
2. लहसुन और शहद
छोटे बच्चों की सर्दी में राहत के लिए एक लहसुन की छोटी कली को बारीक पीस लें। इसमें हल्का-सा शहद मिलाकर बच्चे को चटाएं। यह उपाय दिन में 2-3 बार करें - सुबह उठने के बाद, दोपहर में, और रात को सोने से पहले। यह खांसी की दवा से बहुत लाभ होता है और बच्चों की सर्दी में राहत मिलती है।
3. अदरक
बच्चों की खांसी के घरेलू इलाज के लिए अदरक का भी इस्तेमाल किया जाता है। एक कप पानी में अदरक के टुकड़े डालकर उबालें। जब पानी आधा रह जाए, तो इसे छान लें। इसमें एक चम्मच शहद मिलाकर बच्चे को पिलाएं। यह उपाय खांसी में राहत दिलाता है और बच्चों के लिए बहुत फायदेमंद होता है।
4. तुलसी
खांसी के इलाज में तुलसी का उपयोग बहुत प्रभावी होता है। तुलसी के पत्तों का रस निकालकर बच्चे को पिलाएं। यह उपाय बच्चों की खांसी को ठीक करने में मदद करता है और बहुत कारगर साबित होता है।
बच्चों को खाँसी होने पर खान-पान
शिशु को पर्याप्त तरल पदार्थ दें।
अगर आपका शिशु छह माह से छोटा है, तो उसे पर्याप्त स्तनपान कराएं। इससे खांसी ठीक होगी और गले की खराश से भी राहत मिलेगी।
यदि शिशु की उम्र छह महीने से ज्यादा है, तो उसे पर्याप्त मात्रा में पानी और अन्य पेय पदार्थ दें।
एक साल से अधिक उम्र के बच्चे को शहद दें। अगर बच्चे की उम्र एक से पाँच साल के बीच है, तो उसे रोजाना आधी छोटी चम्मच शहद दें। 6 से 11 साल के बच्चों के लिए एक छोटी चम्मच शहद दें।
सुनिश्चित करें कि शहद के सेवन के बाद बच्चे अपने दांत साफ कर लें।
गद्दे का सिराहना ऊँचा उठा दें। खांसी की वजह से शिशु को रात भर नींद नहीं आती, इसलिए गद्दे का सिराहना ऊँचा उठाने से शिशु को सांस लेने में आसानी होगी। सिराहने की तरफ गद्दे के नीचे कुछ तौलिये या तकिया रख दें, जिससे थोड़ी ढलान बन जाएगी।
बच्चे को मौसम के अनुसार कपड़े पहनाएँ। उसे गर्म रखने के लिए एक के ऊपर एक कपड़े पहनाएँ। बच्चों का शरीर बड़ों की तुलना में तापमान नियंत्रित करने में सक्षम नहीं होता, इसलिए उन्हें एक लेयर अतिरिक्त कपड़े पहनने की आवश्यकता होती है। इससे बच्चे ठंड से बचे रहेंगे।
बच्चे को ऐसी टोपी पहनाकर रखें, जिससे उसके कानों में ठंडी हवा न घुसे। ध्यान रखें कि बच्चे ठंड की वजह से होने वाले कान के दर्द को नहीं बता पाते।
बच्चे को संक्रमण से बचाने के लिए अपना और बच्चों का हाथ साफ रखें। बच्चे को कुछ खिलाने से पहले हाथ धोएं।
निष्कर्ष
बच्चों की खांसी का घरेलू इलाज करने के लिए विभिन्न उपाय किए जा सकते हैं। शहद, नींबू, अदरक, और तुलसी जैसे प्राकृतिक तत्व प्रभावी होते हैं। शहद और नींबू का मिश्रण, अदरक का पानी, और तुलसी के पत्तों का रस खांसी में राहत देने के लिए उपयोगी हैं। इन उपायों से खांसी के लक्षणों को कम किया जा सकता है और बच्चे को आराम मिल सकता है। इन घरेलू उपचारों को सही समय पर और उचित मात्रा में उपयोग करने से खांसी का इलाज प्रभावी ढंग से किया जा सकता है। इसके साथ साथ बच्चो के खान पान और जीवनशैली का भी ध्यान रखने से आप उन्हें खाँसी, सर्दी और ज़ुखाम जैसे बहोत से इन्फेक्शन होने से बचा सकते हैं | लेकिन ध्यान रखे किसी भी दवाई को लेने से पहले किसी अच्छे आयुर्वेदिक वैद्य से परामर्श अवश्य लें, आप हमारी वेबसाइट www.healthybazar.com पर भी कर सकते है |
Last Updated: Nov 18, 2024
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