Go to home page
Deliver at
+Add Pincode
Search
My Cart
Shop Now
Shop Now
LifeStyle Tips
LifeStyle Tips
Consult Us
Consult Us
Self Health Assessment
Self Health Assessment
 Where should we deliver your order?
Home/Herbal remedies/पेट में इन्फेक्शन के लक्षण, कारण, इलाज, दवा, उपचार और परहेज। (Pait Mein Infection Ke Lakshan, Karan, Ilaaj, Samadhan, Aur Parhej)

पेट में इन्फेक्शन के लक्षण, कारण, इलाज, दवा, उपचार और परहेज। (Pait Mein Infection Ke Lakshan, Karan, Ilaaj, Samadhan, Aur Parhej)

Published On: Apr 24, 2023
Last Updated: Jun 6, 2025
पेट में इन्फेक्शन के लक्षण, कारण, इलाज, दवा, उपचार और परहेज। (Pait Mein Infection Ke Lakshan, Karan, Ilaaj, Samadhan, Aur Parhej)

आज की तेज़ भागदौड़ भरी ज़िंदगी में खान-पान की लापरवाही और अस्वच्छ आदतों के कारण पेट से जुड़ी समस्याएं आम हो गई हैं। इनमें से एक प्रमुख समस्या पेट में संक्रमण है, जो तब होता है जब हानिकारक बैक्टीरिया, वायरस या परजीवी हमारे पाचन तंत्र पर हमला करते हैं। यह संक्रमण दूषित भोजन और पानी के सेवन, खराब स्वच्छता, संक्रमित व्यक्ति के संपर्क में आने या कमजोर प्रतिरक्षा प्रणाली के कारण हो सकता है।

पेट में संक्रमण होने पर दस्त, उल्टी, पेट दर्द, ऐंठन और मतली जैसी समस्याएं हो सकती हैं, जो व्यक्ति के स्वास्थ्य को गंभीर रूप से प्रभावित कर सकती हैं। कुछ मामलों में यह संक्रमण हल्का होता है और घरेलू उपचार से ठीक हो जाता है, लेकिन कई बार यह गंभीर रूप ले सकता है और अस्पताल में भर्ती होने की नौबत भी आ सकती है।

इस लेख में हम पेट के संक्रमण के लक्षण, कारण, बचाव और इलाज के बारे में विस्तार से जानकारी देंगे। यदि आप या आपके परिवार का कोई सदस्य इस समस्या से जूझ रहा है, तो यह लेख आपकी मदद कर सकता है। सही जानकारी और सतर्कता से आप इस समस्या से बचाव कर सकते हैं और स्वस्थ जीवन जी सकते हैं। 

भारत में पेट में संक्रमण एक आम समस्या है, इंडियन जर्नल ऑफ मेडिकल रिसर्च में प्रकाशित एक अध्ययन के मुताबिक, भारत में तीव्र गैस्ट्रोएंटेरिटिस (एजीई) की घटनाएं प्रति वर्ष प्रति 1,000 आबादी पर 0.3 से 34 मामले हैं, शहरी क्षेत्रों की तुलना में ग्रामीण इलाकों में उच्च दर की सूचना दी गई है। अध्ययन में यह भी पाया गया कि भारत में खाद्य जनित बीमारी के मामले बहुत अधिक हैं, प्रति वर्ष अनुमानित 100 मिलियन मामले हैं। इसके अलावा, भारत में कई संक्रमण हैं, जैसे हैजा और टाइफाइड बुखार, जो पेट में संक्रमण का कारण भी बन सकते हैं।

Recommended Products
Organic Turmeric Powder (Amba Haldi)
KST (Knowledge Sharing Trust)
₹80
₹120 33% OFF
Turmeric & Cinnamon Tea
Menjong Sorig
₹350
Khamira Gawzaban Sada
Rex
₹51
₹60 15% OFF
Roghan Badam Shirin
Rex
₹94
₹110 14% OFF

पेट में संक्रमण के क्या लक्षण होते हैं? (Pait Mein Sankraman Ke Kya Lakshan Hote Hain)

पेट के संक्रमण के कुछ सामान्य लक्षणों में शामिल हैं:-

  1. पेट दर्द और ऐंठन
  2. अतिसार, जो पानीदार या खूनी हो सकता है
  3. उल्टी
  4. भूख में कमी
  5. बुखार और ठंड लगना
  6. निर्जलीकरण, जिसके कारण शुष्क मुँह, प्यास, चक्कर आना और थकान हो सकती है
  7. सूजन और गैस
  8. थकान और कमजोरी
  9. मांसपेशियों में दर्द और सिरदर्द

पेट में इन्फेक्शन के क्या कारण हो सकते हैं? (Pait Mein Infection Ke Kya Karan Ho Sakte Hain?)

पेट में संक्रमण विभिन्न कारकों के कारण हो सकता है, जिनमें निम्न शामिल हैं:- बैक्टीरिया: कुछ बैक्टीरिया पेट में संक्रमण का कारण बन सकते हैं, जिनमें साल्मोनेला (Salmonella), शिगेला(shigella), एस्चेरिचिया कोलाई(escherichia coli) (ई. कोलाई), कैंपिलोबैक्टर(campylobacter) और हेलिकोबैक्टर पाइलोरी (एच. पाइलोरी) शामिल हैं।

  • वायरस: नोरोवायरस, रोटावायरस और एंटरोवायरस जैसे वायरस पेट में संक्रमण का कारण बन सकते हैं।
     
  • परजीवी: जिआर्डिया और क्रिप्टोस्पोरिडियम जैसे परजीवी पेट में संक्रमण पैदा कर सकते हैं, आमतौर पर दूषित पानी या भोजन के माध्यम से प्रेषित होते हैं।
     
  • दूषित भोजन या पानी: हानिकारक बैक्टीरिया या परजीवी से दूषित भोजन या पानी का सेवन करने से पेट में संक्रमण हो सकता है।
     
  • खराब स्वच्छता: खराब स्वच्छता जैसे कि बाथरूम का उपयोग करने के बाद या भोजन तैयार करने से पहले हाथ न धोना भी पेट के संक्रमण का कारण बन सकता है।
     
  • कमजोर प्रतिरक्षा प्रणाली (Weak Immune System):  कमजोर प्रतिरक्षा प्रणाली वाले व्यक्ति, जैसे कि एचआईवी / एड्स, कैंसर या ऑटोइम्यून बीमारियों वाले, पेट के संक्रमण के प्रति अधिक संवेदनशील होते हैं। 
     
  • संक्रमित व्यक्तियों के साथ संपर्क: पेट के संक्रमण संक्रमित व्यक्तियों के साथ निकट संपर्क से भी फैल सकते हैं, विशेष रूप से भीड़भाड़ वाली जगह , हॉस्पिटल या किसी इन्फेक्शन वाले जगह पे जाने से -

पेट में इन्फेक्शन का आयुर्वेदिक समाधान क्या है? (Pait Mein Infection Ka Ayurvedic Samadhan Kya Hai)

पेट में संक्रमण एक आम समस्या है, जो दूषित भोजन, पानी और खराब पाचन तंत्र के कारण हो सकती है। आयुर्वेद में इसे संतुलित आहार, जड़ी-बूटियों और घरेलू उपायों से ठीक करने के कई प्राकृतिक समाधान बताए गए हैं। ये न केवल संक्रमण को दूर करने में मदद करते हैं, बल्कि पाचन तंत्र को भी मजबूत बनाते हैं। यहां कुछ आयुर्वेदिक उपचार दिए गए हैं जो पेट के संक्रमण में फायदेमंद हो सकते हैं।

पेट में इन्फेक्शन की आयुर्वेदिक दवा
  • अदरक: अदरक एक प्राकृतिक सूजन-रोधी (Anti-inflammatory) और रोगाणुरोधी एजेंट है और पेट के संक्रमण के लक्षणों को कम करने में मदद कर सकता है। अदरक का सेवन आप चाय में या फिर अपने खाने में शामिल कर सकते हैं।
     
  • हल्दी: हल्दी में एंटी-इंफ्लेमेटरी और जीवाणुरोधी गुण होते हैं और यह पेट में सूजन को कम करने में मदद कर सकती है। आप गरम पानी में हल्दी का सेवन कर सकते हैं या इसे अपने खाने में शामिल कर सकते हैं।
     
  • धनिया: धनिया में एंटीस्पास्मोडिक गुण होते हैं और यह पेट को शांत करने में मदद कर सकता है। धनिये का सेवन आप गरम पानी  में या फिर अपने खाने में शामिल कर सकते हैं।
     
  • सौंफ: सौंफ पेट में गैस और सूजन से राहत दिलाने में मदद कर सकती है। आप चाय में सौंफ का सेवन कर सकते हैं या भोजन के बाद उन्हें चबा सकते हैं।
     
  • आयुर्वेदिक जड़ी बूटियां: कुटज, गुडुची और त्रिफला जैसी आयुर्वेदिक जड़ी बूटियां सूजन को कम करने और पाचन में सुधार करने में मदद कर सकती हैं।

पेट में इन्फेक्शन के लिए क्या आहार ले? (Pait Mein Infection Ke Liye Kya Ahaar Le?)

पेट के संक्रमण का अनुभव करते समय, ऐसे खाद्य पदार्थों और पेय पदार्थों का सेवन करना महत्वपूर्ण होता है जो पचाने में आसान हों और जो पेट में जलन न करें। पेट के संक्रमण के प्रबंधन के लिए यहां कुछ आहार संबंधी सुझाव दिए गए हैं:-

  • हाइड्रेटेड रहें: दस्त और उल्टी के कारण होने वाले निर्जलीकरण को रोकने के लिए हाइड्रेटेड रहना महत्वपूर्ण है। पूरे दिन पानी, साफ शोरबा और हर्बल चाय लें।
     
  • व्रत आहार: व्रत आहार (Banana, Rice, Apple, Toast) पेट के संक्रमण के लिए एक प्रसिद्ध आहार है। ये खाद्य पदार्थ नरम और पचाने में आसान होते हैं, जो पेट के लिए उन्हें कोमल बनाते हैं।
     
  • प्रोबायोटिक्स: प्रोबायोटिक युक्त खाद्य पदार्थ जैसे दही या केफिर का सेवन आंत में अच्छे बैक्टीरिया के संतुलन को बहाल करने में मदद कर सकता है, जो संक्रमण से बाधित हो सकता है।
     
  • वसायुक्त और मसालेदार भोजन से बचें: वसायुक्त और मसालेदार भोजन पेट में जलन पैदा कर सकता है और लक्षणों को और खराब कर सकता है।  

पेट में इन्फेक्शन से होने वाली जटिलता (Complications)

पेट के संक्रमण कभी-कभी जटिलताओं का कारण बन सकते हैं, खासकर अगर उनका तुरंत इलाज नहीं किया जाता है या यदि किसी व्यक्ति की कमजोर प्रतिरक्षा प्रणाली है। यहाँ पेट के संक्रमण की कुछ संभावित जटिलताएँ हैं:

  • निर्जलीकरण: दस्त और उल्टी से निर्जलीकरण (Dehydration) हो सकता है, जो विशेष रूप से बच्चों और बड़े वयस्कों के लिए खतरनाक हो सकता है।
     
  • कुपोषण: पेट के संक्रमण से पोषक तत्वों का खराब अवशोषण हो सकता है, विशेष रूप से लंबे समय तक दस्त और उल्टी के मामलों में रोगी  नुट्रिशन की कमी से कुपोषण का शिकार हो सकता है | 
     
  • इलेक्ट्रोलाइट असंतुलन: डायरिया और उल्टी से सोडियम और पोटेशियम जैसे इलेक्ट्रोलाइट्स में भी असंतुलन हो सकता है, जो शरीर के सामान्य कार्यों के लिए आवश्यक हैं।
     
  • गुर्दे (Kidney) की विफलता: गंभीर निर्जलीकरण से गुर्दे की विफलता हो सकती है, जो जीवन के लिए खतरा हो सकता है।
     
  • सेप्सिस: दुर्लभ मामलों में, पेट का संक्रमण रक्तप्रवाह में फैल सकता है और सेप्सिस का कारण बन सकता है, एक संभावित जीवन-धमकाने वाली स्थिति जो अंग विफलता का कारण बन सकती है।
     
  • पुरानी पाचन समस्याएं: कुछ मामलों में, पेट के संक्रमण से इर्रिटेबल बाउल सिंड्रोम (IBS) जैसी दीर्घकालिक पाचन समस्याएं हो सकती हैं।

निष्कर्ष (Nishkarsh):

अंत में, पेट में संक्रमण एक आम स्वास्थ्य समस्या है, जो विभिन्न प्रकार के बैक्टीरिया, वायरस या परजीवियों के कारण हो सकती है। यह आमतौर पर दूषित भोजन, अशुद्ध पानी, अस्वच्छ आदतों या संक्रमित व्यक्ति के संपर्क में आने से फैलता है। पेट में संक्रमण के लक्षणों में मतली, उल्टी, दस्त, पेट दर्द, ऐंठन और बुखार शामिल हो सकते हैं, जो शरीर को कमजोर कर सकते हैं और यदि समय पर उपचार न किया जाए, तो गंभीर जटिलताएं पैदा कर सकते हैं। संक्रमण के उपचार का तरीका इसके कारण और लक्षणों की गंभीरता पर निर्भर करता है। हल्के संक्रमण के मामले में, पर्याप्त तरल पदार्थों का सेवन, आसानी से पचने वाला आहार और आराम करने से सुधार हो सकता है। वहीं, गंभीर संक्रमण की स्थिति में एंटीबायोटिक्स, एंटीवायरल दवाएं या प्रोबायोटिक्स लेने की आवश्यकता पड़ सकती है, जिसे केवल चिकित्सक की सलाह पर ही लिया जाना चाहिए।

इसके अलावा, आयुर्वेदिक और घरेलू उपचार भी पेट की समस्याओं से राहत दिलाने में सहायक हो सकते हैं। स्वस्थ और संतुलित आहार का सेवन, स्वच्छता बनाए रखना और दूषित भोजन से बचना इस संक्रमण को रोकने के सबसे प्रभावी उपाय हैं। अधिक जानकारी और प्राकृतिक उपचार के लिए HealthyBazar पर जाएं और अपने स्वास्थ्य का ध्यान रखें।

This article is written/approved by:
Dr. Shivani

Dr. Shivani Nautiyal is a renowned Ayurvedic physician, Panchakarma therapies specialist, and detox expert who has made significant contributions to the field of natural holistic healing and wellness. With her profound knowledge, expertise, and compassionate approach, she has transformed the lives of countless individuals seeking holistic health solutions. She is a Panchakarma expert, which are ancient detoxification and rejuvenation techniques. She believes in the power of Ayurveda to restore balance and harmony to the body, mind, and spirit.

Consult us
Know your body typeRelated Products
Organic Turmeric Powder (Amba Haldi)
KST (Knowledge Sharing Trust)
₹80
₹120 33% OFF
Turmeric & Cinnamon Tea
Menjong Sorig
₹350
Khamira Gawzaban Sada
Rex
₹51
₹60 15% OFF
Roghan Badam Shirin
Rex
₹94
₹110 14% OFF
Related Articles

पेट में सूजन का आयुर्वेदिक इलाज, उपचार और दवा

Dr. Shivani  Dr. Shivani

पेट की परेशानी के घरेलू उपाय ।

Dr. Shivani  Dr. Shivani

पेट में इंफेक्शन के दौरान इन चीजों से करें परहेज, बढ़ सकती है समस्या।

Dr. Shivani  Dr. Shivani
10 Seconds read
See all
Herbal remedies

Home Remedies For Diabetes Treatment

HealthyBazar AuthorHealthyBazar AuthorJun 04, 2025
Health Concern

Natural Home Remedies For Heart Diseases

Dr. Shivani  Dr. Shivani Jun 06, 2025
Herbal remedies

Natural Home Remedies for Asthma

Dr. Shivani  Dr. Shivani Jun 06, 2025
Consult with our Top specialists
Dr. Ajay Kumar Saxena
Ayurvedic
13 Yrs of Exp.

Top Rated
₹800 /Consultation
Shop Now
See all
Nagarjuna Kalyana Gulam
Nagarjuna Ayurveda
₹150
₹200 25% OFF
Nagarjuna Kachooraadi Choornam (Pack of 3)
Nagarjuna Ayurveda
₹240
₹280 14% OFF
Box and blister pack of Kaangayanam Gulika tablets.
Nagarjuna Kaangaayanam Gulika (Tablets)
Nagarjuna Ayurveda
₹290
₹320 9% OFF
Dashamoolaarishtam (Pack of 2)
Nagarjuna Ayurveda
₹220
₹250 12% OFF
Dasamoola Harithaki Lehyam
Nagarjuna Ayurveda
₹110
₹120 8% OFF
Out of Stock
Danthyarishtam (Pack of 2)
Nagarjuna Ayurveda
₹180
₹190 5% OFF
TRIPHAL - Triphala Powder - Natural and Pure - Perfect Ratio For Balanced Body Functioning (Pack Of 2)
Tikaram Naturals
₹120
₹130 7% OFF
Cheeta Churan (Pack of 3)
Abhyanga Naturals
₹210
₹300 30% OFF
UNJHA BILVASAVA SYRUP
Unjha Ayurvedic Pharmacy
₹160
₹200 20% OFF
Out of Stock
UNJHA KRIMI KUTHAR RAS
Unjha Ayurvedic Pharmacy
₹150
₹180 16% OFF
UNJHA KRAVYAD RAS
Unjha Ayurvedic Pharmacy
₹140
₹180 22% OFF
UNJHA AMOEBAC TABLET
Unjha Ayurvedic Pharmacy
₹150
₹170 11% OFF
Stay Healthy, Stay Happy!
Made with ❤️ in India
EXPLORE
Lifestyle TipsConsult UsSelf Health AssessmentBecome a ConsultantConsultant Login
HELP
FAQsRefund, Return and Cancellation policyTerms and ConditionsAbout Us
EMAIL
support@healthybazar.com
Contact Us
Call us or WhatsApp us at
+91 911 900 8008(9AM to 7PM)
SUBSCRIBE TO NEWSLETTER
FOLLOW US ON
Subscribe us on YouTubeFollow us on FacebookFollow us on Instagram
HealthyBazar
© 2024 Tatvamasmi Consulting Services Pvt. Ltd. All Rights Reserved
Payment Modes