पेट की सब से आम समस्याओ में से एक है गैस (Acidity) का बनना है, और कई बार इसकी वजह से दूसरो के सामने शर्मिंदा होना पड़ता है, जिनको गैस की समस्या होती है उनके लिए अनुचित समय पर और लोगों के सामने गैस पास करने का विचार सबसे बड़ा डर होता है। कई बार अत्यधिक गैस और पेट का फूलना बहुत असुविधाजनक हो जाता है। आप इसे एक बीमारी नहीं बल्कि एक सामान्य पाचन प्रक्रिया का हिस्सा कह सकते हैं। गैस का घरेलू उपाय जानने से पहले इसका कारण समझना जरूरी है। और इससे क्या क्या समस्या हो सकती है ये भी, तो आइये देखते हैं -
पेट में ज़्यादा गैस क्यों जमा होती है? इसकी अलग-अलग वजह है, जैसे - भोजन को पचाते समय और आपके पेट में जमा होने के दौरान हाइड्रोजन, मीथेन या कार्बन डाइऑक्साइड जैसी गैसों का ज़्यादा उत्सर्जन(emissions) हो सकता है। ये गैसें बहुत परेशानी पैदा कर सकती हैं।
- कई बार यह इस बात पर भी निर्भर करता है कि आप नियमित रूप से क्या खाते हैं। बीन्स, पत्ता गोभी, छोले और दाल या मीठे फलों के रस और ज़्यादा कार्ब्स (carbs) वाला खाना आसानी से पच नहीं पाता है और ये गैस की वजह बनते हैं ।
- मसालेदार भोजन करना, भोजन को ठीक से न चबाना, तनाव, बदहज़मी, जीवाणु संक्रमण और अत्यधिक शराब पीना एसिडिटी का कारण हो सकता है।
- आईबीएस एक ऐसी बीमारी है जो पेट में दर्द और मल त्याग (दस्त या कब्ज) में परेशानी का कारण बनती है। इसमें ज़्यादा गैस बनती है और पेट फूल जाता है। यह कुछ खाने पिने, दवाओं, और मानसिक तनाव से शुरू होता है। आईबीएस वाले व्यक्ति अक्सर रिपोर्ट करते हैं कि कोई भी लक्षण कई बार पता ही नई चलते हैं। ये लक्षण, जब तक बहुत गंभीर नहीं होते हैं, किसी की जीवनशैली और आहार में बदलाव के साथ इनका इलाज किया जा सकता है।
2. Gastro-oesophageal reflux (GERD) गैस्ट्रोएसोफगियल रिफ्लक्स रोग (जीईआरडी)
- जीईआरडी एक ऐसी बीमारी है जो तब होती है जब आपका खाना पेट से वापस खाने की नली में चला जाता है, इसकी वजह से सीने में जलन (एसिड रिफ्लक्स/हार्ट बर्न), पेट में एसिड का ज़्यादा बनना, या आपके गले में गांठ होने जैसा महसूस होता है। डीप फ्राई हुए खाने , चॉकलेट, कॉफी और शराब अक्सर जीईआरडी को ट्रिगर कर सकते हैं।
3. छोटी आंतों में बैक्टीरिया का बढ़ जाना (Choti Aanto Mein Bacteria Ka Badh Jana)
- आंत में बैक्टीरिया का अचानक से बढ़ जाना पेट को प्रभावित कर सकता है। बैक्टीरिया अतिरिक्त गैस बनाते हैं, जिससे आपको ज़्यादा गैस महसूस होती है। इसकी वजह से दस्त ज़्यादा और वजन भी कम होने लगता हैं।
लौंग का तेल (Laung Ka Tel)
लौंग के तेल का इस्तेमाल यूनानी चिकित्सा में पेट या पाचन संबंधी शिकायतों के इलाज के लिए किया जाता रहा है, जिसमें पेट का फूलना, गैस और बदहज़मी शामिल हैं। इसमें अल्सर से लड़ने वाले गुण भी होते हैं। भोजन के बाद एक चमच लौंग के तेल का सेवन करने से पाचन एंजाइम बढ़ सकते हैं और आंतों में गैस की मात्रा कम हो सकती है।
सौंफ (Saunf)
सौंफ को लेकर एक कप पानी में 3-5 मिनट तक उबालकर पीने से पेट का फूलना, बदहज़मी, गैस, से राहत दिलाने में तुरंत मदद करता है। इसके अलावा, इसमें जीवाणुरोधी गुण (Anti bacterial) भी होते है, और आंत की खराबी को भी दूर करता है।
अजवाइन (Ajvain)
बदहज़मी की समस्या, एसिडिटी और एसिड रिफ्लक्स की समस्या के लिए अजवायन का सेवन सबसे अच्छा इलाज है।यूनानी चिकित्सा के अनुसार, अजवाइन को एक चुटकी नमक के साथ गर्म पानी में मिलाकर खाने से अपच और पेट दर्द में काफी फायदा होता है।
कैमोमाइल चाय (Camomile Chai)
इसे कैमोमाइल के सूखेे फूलों को उबालकर बनाया जाता है। इसमें एंटी-इंफ्लेमेटरी और दिमाग को शांत करने वाले गुण होते हैं। भोजन से पहले और सोते समय इसे पीने से अपच, सूजन, पेट में फंसी हुई गैस कम हो सकती है और पेट में ऐंठन से राहत मिल सकती है
हींग की मालिश (Hing Ki Malish)
हींग की मालिश पेट में गैस के लिए बहुत ही अच्छी है यह बच्चो के लिए भी फायदेमंद है, हींग को पानी में डाल कर उबाल लें फिर उस को थोड़ा ठंडा होने दें, हल्के गर्म पानी की कुछ बूंदों से पेट की मालिश करने से गैस से होने वाले पेट के दर्द से राहत मिलती है।
- धीरे - धीरे खाना खाएं
- अपने भोजन को अच्छी तरह चबाएं
- एक बार में ज़्यादा भोजन ना करें, थोड़ी -थोड़ी देर में खाएं
- भोजन के बाद सीधे बैठ जाएं
- भोजन के बाद टहलें
- कमरे के तापमान वाले पीने की चीज़े लें, ज़्यादा ठंडा न खाएं - न पियें
- अतिरिक्त वजन कम करें
गैस आज के समय में एक सामान्य , लेकिन परेशानी वाली स्थिति है जो आपकी दैनिक कामो में रुकावट ला सकती है। घरेलू उपचार और जीवनशैली में बदलाव करने से इसमें राहत मिल सकती हैं। रोज़ व्यायाम के साथ खाने पीने में ध्यान रखने सें इसमें राहत मिल सकती है l हालांकि, यदि आपके लक्षणों में सुधार नहीं होता है और आप लगातार कई दिनों से गैस से परेशांन है तो आपको डॉक्टर से कंसल्ट करना चाहिए । यदि आप डॉक्टर से सलाह लेना चाहते है तो आप हमारे website www.healthybazar.com पर visit कर सकते है ।
A graduate from Hamdard University, Dr Asfiya is dedicated to providing natural treatments and comfort to every patient through her extensive knowledge and experience. In addition to medical practice, she has a passion for playing volleyball and chess.